रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में बांग्लादेशी घुसपैठ (Bangladeshi Infiltration) मुद्दा छाया हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, हिमंत बिस्वा सरमा और शिवराज सिंह चौहान जैसे भाजपा के दिग्गज नेता इस मुद्दे को उठा चुके हैं। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी घुसपैठ कराने के मामले में जांच शुरू कर दी है। ये छापेमारी झारखंड में वोटिंग से एक दिन पहले हो रही है। एजेंसी ने इस मामले को मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच के लिए झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 जगहों पर छापेमारी की है।
ED की छापेमारी मंगलवार को सुबह-सुबह शुरू हुई, जिसमें और भी लिंक व वित्तीय रिकॉर्ड उजागर होने की उम्मीद है। वहीं, ED ने रांची में दर्ज बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले को भी अपने हाथ में ले लिया है। झारखंड के रांची के बरियातू पुलिस स्टेशन में इस साल 6 जून को कथित बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़ा मामला दर्ज किया गया था। अब इस मामले को ED ने अपने हाथ में ले लिया है। ईडी से उम्मीद है कि वह इस मामले से जुड़े वित्तीय और लॉजिस्टिक नेटवर्क की आगे जांच करेगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने बांग्लादेशी घुसपैठ (Bangladeshi Infiltration) को लेकर सितंबर में पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया था। एजेंसी ने अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी के मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) का भी ऐंगल सामने आने के बाद जांच शुरू की थी।
उसे जानकारी मिली थी कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी महिलाओं को झारखंड में भेजा गया है और इसके पीछे पैसों का भी लेनदेन है। इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी और भाजपा के अन्य नेता झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Government) पर घुसपैठ कराने का आरोप लगाते रहे हैं।
भाजपा का दावा है कि झारखंड सरकार घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। घुसपैठ झारखंड की जनसांख्यिकी में बदलाव के लिए करायी जा रही है, जिससे सत्ताधारी पार्टी को चुनाव में फायदा मिले। भाजपा नेताओं का कहना है कि संथाल परगना एवं कोल्हन क्षेत्र में यह घुसपैठ ज्यादा कराई जा रही है। बता दें कि झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर बुधवार (13 नवंबर) को मतदान होगा जबकि दूसरे चरण के तहत 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा।