नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यशवंत सावंत और अन्य से जुड़े एक भूमि घोटाले के मामले में शिवशंकर मायेकर (Shivshankar Mayekar) को गिरफ्तार (arrests) किया है। उन्हें दिन में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने गोवा पुलिस द्वारा यशवंत सावंत और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच शुरू की।
इन लोगों पर अंजुना के सर्वे नंबर 496/1-ए स्थित भूमि के लिए अंजुना समुदाय से कथित रूप से धोखाधड़ी करने का आरोप है। कथित तौर पर, आरोपियों ने ज़मीन का अपने नाम पर म्यूटेशन करवाने के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ तैयार किए, जिसके बाद ज़मीन के कुछ हिस्से दूसरे लोगों को बेच दिए गए, जिससे अतिरिक्त अपराध आय (पीओसी) अर्जित हुई।
ईडी की जाँच से पता चला कि शिवशंकर मायेकर इस धोखाधड़ी के पीछे प्रमुख लोगों में से एक था। उसने कथित तौर पर गोवा में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर कई ज़मीनें खरीदीं और बाद में इन संपत्तियों के कुछ हिस्से बेच दिए। बिक्री से प्राप्त राशि, जो उसके सहयोगियों के खातों में जमा थी, अंततः उसके अपने खातों में जमा कर दी गई। इससे पहले, 9 सितंबर, 2025 को, ईडी ने तलाशी अभियान चलाया और मायेकर द्वारा सहयोगियों के नाम पर खरीदी गई कई ज़मीनों का पता लगाया।
गोवा के बर्देज़ तालुका में अंजुना और असगाओ जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में कई लाख वर्ग मीटर में फैली इन संपत्तियों का बाजार मूल्यांकन संभवतः 1,200 करोड़ रुपये से अधिक है। आगे की जाँच जारी है।