नई दिल्ली। कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के बाद पूरे देश के डॉक्टर गुस्से में हैं। इस घटना से नरजा फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 13 अगस्त को देशभर में ओपीडी और वैकल्पिक सेवाएं बंद (Doctor Strike) करने का ऐलान किया है। जिससे देशभर के सरकारी अस्पतालों में हालात और बद्तर हो सकते हैं और मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के बाद डॉक्टर, शिक्षक और मेडिकल छात्र आरोपी के खिलाफ एक्शन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में पश्चिम बंगाल के डॉक्टर्स ने विरोध प्रदर्शन शुरू करते हुए काम बंद करने का ऐलान किया था, लेकिन धीरे-धीरे अब डॉक्टरों का यह विरोध पूरे देश में फैल गया है। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 13 अगस्त यानी आज से देशव्यापी विरोध के साथ ओपीडी और वैकल्पिक सेवाओं को बंद (Doctor Strike) करने का आह्वान किया है।
इस मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा (JP Nadda) को चिट्ठी लिखकर कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार से उनकी तीन मांगे हैं। जिसमें पहली मांग- मामले की निष्पक्ष गहन जांच कर दोषियों को सजा दिलायी जाये। दूसरी मांग- किन वजहों से अपराध को अंजाम दिया गया, उसकी विस्तृत जांच की जाए। तीसरी मांग- कार्यस्थल पर डॉक्टरों विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की मांगे
पहली मांग- मामले को बिना देरी किए तुरंत सीबीआई के हवाले किया जाए।
दूसरी मांग- प्रिंसिपल के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ और अल्पताल के सिक्योरिटी इंचार्ज का तुरंत इस्तीफा लिया जाए।
तीसरी मांग- केंद्र सरकार से लिखित में यह आश्वसन मिले कि डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाएगा।
चौथी मांग- मृतक डॉक्टर के नाम पर किसी मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग या लाइब्रेरी का नाम किया जाए।
पांच मांग- डॉक्टर के परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।
छह मांग- शारीरिक हमले के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करे।