लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने आए कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। गोरखपुर से प्रदर्शन में शामिल होने आए 30 वर्षीय प्रभात पांडे को चोट लगने के बाद सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि की। घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ सिविल अस्पताल में जमा हो गई। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जिसमें डबल लेयर बैरिकेडिंग और नुकीली कीलें लगाई गई थीं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि इन्हीं नुकीली कीलों के कारण प्रभात पांडे को गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौत हुई। प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं।
घटना के बाद विधानसभा के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। सड़कों पर गड्ढे कर बल्लियां लगाई गई हैं, और कांग्रेस कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस और जिला प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर तीखे सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यह पुलिस की लापरवाही और सरकार की असंवेदनशीलता का परिणाम है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रशासन घटना की पूरी जांच करेगा और जरूरी कदम उठाए जाएंगे।