यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) कार्यालय में हाल ही में कई अनियमितताओं के मामले सामने आए हैं, जिनमें कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटरों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। इन घटनाओं ने कार्यालय की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कंप्यूटर ऑपरेटर राजदीप श्रीवास्तव जिन्हें नागेंद्र का करीबी माना जा रहा है, पर अधिकारियों का मोबाइल लेकर वसूली करने और ऑनलाइन निरीक्षण के नाम पर धांधली करने के आरोप लगाए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि राजदीप अधिकारियों का विश्वास हासिल कर आर्थिक लाभ के चक्कर में हैं, जिससे कार्यालय का वातावरण दूषित हो रहा है।
बाबुओं को दरकिनार कर कंप्यूटर ऑपरेटरों को मिली प्राथमिकता
कार्यालय के नियमित बाबुओं को किनारे करते हुए संविदा पर नियुक्त कंप्यूटर ऑपरेटरों को प्राथमिकता दी है। यह स्थिति कर्मचारियों में असंतोष पैदा कर रही है, क्योंकि इन्हें मात्र 10,000 रुपये का मानदेय दिया जा रहा है, बावजूद इसके वे कार से ड्यूटी आते हैं। आरोप है कि इनमें से कुछ कंप्यूटर ऑपरेटरों को शराब की आदत भी है, जिससे कार्यालय का माहौल प्रभावित हो रहा है।
बीते दिनों बीएसए की कथित प्रताडऩा के चलते लेखाकार अनिल को कार्यालय में चक्कर आ गए थे। अनिल की तबीयत बिगडऩे के बाद भी कार्यालय में प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रताडऩा और अनियमितताओं के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है।
बीएसए कार्यालय में तैनात सुनील रूढ्ढस् पर फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर नौकरी करने का आरोप है। हालांकि, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई जांच नहीं की गई है, जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि प्रशासन ऐसी अनियमितताओं पर क्यों चुप्पी साधे हुए है।
बीएसए कार्यालय में अनियमितताओं का बोलबाला: कंप्यूटर ऑपरेटरों पर गंभीर आरोप
