यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जिला प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई करने की जा रही है।जिनमें अरविन्द शाक्य पुत्र रामनाथ निवासी कस्बा व थाना नवाबगंज,प्रभाकान्त मिश्रा पुत्र निवासी खिमसेपुर थाना मोहम्मदाबाद, लक्ष्मी शंकर जोशी पुत्र विशुन दयाल जोशी निवासी गनीपुर थाना नवाबगंज,बबलू खटीक पुत्र राधेश्याम निवासी नहरोसा थाना नवाबगंज,विजय कटियार पुत्र रामपाल निवासी कस्बा व थाना जहानगंज,अजय कटियार पुत्र राजेन्द्र नाथ कटियार हाल पता नेकपुर चौरासी,शिवराम शाक्य पुत्र रामकिशन शाक्य निवासी ग्राम जैतपुर थाना जहानगंज सत्यराम राजपूत पुत्र देशराज सिंह निवासी ग्राम बहोरा थाना जहानगंज,मलखान सिंह शाक्य पुत्र वीर सहाय निवासी जैतपुर थाना जहानगंज शामिल हैं। इसके अलावा अन्य थानों में भी कार्यवाही जारी है।
प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, किसान यूनियन के ये कार्यकर्ता क्षेत्र में अपनी गतिविधियों से असामाजिक और कानून विरोधी कार्यों में संलिप्त पाए गए हैं। पुलिस द्वारा तैयार रिपोर्ट में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से कई लोगों के नाम भेजे गए हैं, जिनके खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है। रिपोर्ट के मुताबिक इन लोगों की गतिविधियाँ न केवल कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हैं बल्कि आम जनता में भय का माहौल उत्पन्न कर रही हैं।पुलिस ने इन नेताओं का अपराधिक इतिहास तैयार किया है।
प्रशासन का मानना है कि इन व्यक्तियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए बड़ी कार्यवाही आवश्यक है। प्रशासन का यह भी दावा है कि ये लोग किसानों के मुद्दों के नाम पर असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हैं और अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कदम इन कार्यकर्ताओं की असामाजिक और अव्यवस्थित गतिविधियों को नियंत्रित करने और जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की देखरेख में यह कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने संबंधित थानों को निर्देश दिए हैं कि यदि इन आरोपियों के खिलाफ किसी भी तरह की और शिकायत आती है तो उसे तुरंत दर्ज किया जाए और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए। प्रशासन ने इन लोगों के सभी रिकॉर्ड्स की जांच की है और उनके खिलाफ पहले से दर्ज मामलों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस कार्रवाई के कारण जिले में मिश्रित प्रतिक्रिया देखी जा रही है। किसान यूनियन के कई समर्थक इसे किसान आंदोलन को दबाने का प्रयास बता रहे हैं और इसे अन्यायपूर्ण मान रहे हैं। दूसरी ओर, आम नागरिकों का कहना है कि इस प्रकार के असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई से जिले में शांति और सुरक्षा बनी रहेगी। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन के इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि क्षेत्र में कानून का पालन होना चाहिए और किसी भी प्रकार की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस संदर्भ में पुलिस का कहना है, जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की प्राथमिकता है। जो लोग समाज में भय और अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बड़ी कार्यवाही का उद्देश्य ऐसे तत्वों पर नियंत्रण स्थापित करना है ताकि आम जनता सुरक्षित महसूस कर सके। प्रशासन का यह भी कहना है कि आने वाले दिनों में और भी लोगों की पहचान की जा सकती है जो असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हैं। यदि जरूरत पड़ी तो और कठोर कदम उठाए जाएंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जिले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल क्षेत्र में शांति स्थापित करना है, बल्कि उन असामाजिक तत्वों को भी नियंत्रित करना है, जो किसान यूनियन के नाम पर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं।