यूथ इंडिया संवाददाता
नवाबगंज। गणेश महोत्सव के अवसर पर नगर के विभिन्न मंदिरों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। विशेष रूप से थाने के सामने स्थित हनुमान मंदिर में कलाकारों की टीम द्वारा धनुष यज्ञ का मंचन किया गया। जैसे ही भगवान श्रीराम ने शिव धनुष तोड़ा, पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु जय श्रीराम के नारों से गूंज उठे। इस कार्यक्रम के बाद परशुराम और लक्ष्मण के बीच संवाद का मंचन भी किया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कलाकारों ने धनुष भंग लीला का मंचन करते हुए दिखाया कि राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए स्वयंवर का आयोजन किया, जिसमें अनेक राजाओं को आमंत्रित किया गया था। किसी भी राजा ने शिव धनुष को हिला तक नहीं सका। इससे निराश होकर राजा जनक ने करुणा भरे शब्दों में वीर राजाओं को संबोधित किया, जिससे लक्ष्मण क्रोधित हो गए। भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण को शांत करते हुए स्वयं धनुष तोड़ा। इस घटना से महर्षि परशुराम की तपस्या भंग हो गई और वह मिथिला पहुंचकर धनुष तोडऩे वाले को ढूंढने लगे। अंत में, भगवान श्रीराम के मधुर स्वभाव और विनम्रता से प्रभावित होकर परशुराम ने उन्हें विष्णु का सारंग धनुष सौंप दिया और तपस्या के लिए वापस लौट गए।
इस मौके पर कार्यक्रम में नगर के कई सम्मानित नागरिक भी उपस्थित रहे, जिनमें मनोज गुप्ता, चेयरमैन अनिल राजपूत, जिला पंचायत सदस्य यशवीर सिंह आर्य, सुधीर दीक्षित, अनिल वर्मा (नन्हे), अजय बर्मा, विजित भारद्वाज, विकास गुप्ता, रजनीश यादव और आदेश राठौर प्रमुख थे।