यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। बाढ़ के बाद बारिश ने किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। शुक्रवार को हुई बारिश की वजह से किसानों की आगैती आलू की फसल को नुकसान हो रहा है। महीनों से गांवों में गंगा नदी का बाढ़ का पानी सिमटने के बाद शुक्रवार को हुई बारिश ने आलू किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। अमृतपुर के साथ ही झीलें भर के कई क्षेत्र में बड़े रकवे मे आलू की उन्नत पैदावार होती है। किसान अगैती आलू की फसल के लिए खेतों को तैयार करने मे लगा था परंतु बारिश ने किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। खेतों मे नमी सूखने बाद ही अब खेतों की जुताई खुदाई हो पाएगी। आलू किसान रामू, मुन्ना, हरिभान आदि लोगों का कहना है। इस बारिश से खेतों का काम पूरी तरह ठप पड़ गया है। अब नमी सूखने के बाद खेतों की जुताई हो पाएगी कम से कम अगैती आलू की बुबाई एक हफ्ते और पिछड़ जायेगी। नरौरा बांध से गंगा नदी मे छोड़े जाने वाले पानी से जवाब दें मात्रा बढ़ा दी गई है जिससे पिछल दो दिन गंगा नदी के जलस्तर मे वृद्धि देखी जा रही है।