यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। समाजसेवी एवं चिकित्सक डा. पी.डी. शुक्ला ने बरसात के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इस समय बढ़ी हुई नमी और उमस के कारण फंगल संक्रमण और त्वचा रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है। बरसात में वायु में पराग, फफूंद, जीवाणु और धूल के कण अधिक मात्रा में होते हैं, जिससे संवेदनशील व्यक्तियों को त्वचा से जुड़ी एलर्जी हो सकती है।
डा. शुक्ला के अनुसार, सरकारी अस्पतालों में इस समय दाद, खाज और खुजली जैसे त्वचा रोगों से पीडि़त मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि उमस के कारण पसीना अधिक आता है, जिससे त्वचा पर बैक्टीरिया पनपते हैं और खुजली, रैशेज जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
डा. शुक्ला ने इन समस्याओं से बचाव के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं:
– गर्मी से बचाव करें और स्वच्छता का ध्यान रखें।
– बाहर का खाना न खाएं और पानी को फिल्टर करके या उबालकर पिएं।
– घर के आस-पास और छत पर जल जमाव न होने दें।
– भीगे कपड़े तुरंत बदलकर सूखे कपड़े पहनें।
– त्वचा रोग से पीडि़त व्यक्ति के कपड़ों का उपयोग न करें।
– संक्रमण होने पर तुरंत योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।
समय पर सही पहचान और उपचार से इन रोगों को आसानी से ठीक किया जा सकता है।