यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज, फर्रुखाबाद। लगातार हो रही बारिश ने कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई मकान धराशायी हो गए, जिससे लोग खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। इन परिवारों की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि वे अब प्रशासन से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने गुरुवार की रात को कमालगंज के निनोरा श्रंखलापुर, राठौरा मोहद्दीपुर और भटपुरा जैसे गाँवों में भारी तबाही मचाई। कई कच्चे मकान गिर गए, जिससे घर-गृहस्थी का सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया। गरीब परिवारों के लिए अब संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है, ताकि पीडि़त परिवारों की मदद हो सके।
विशेष रूप से निनोरा श्रंखलापुर गाँव के रीना पत्नी इसरार, हरिराम प्रजापति, अबीला पत्नी सगीर, सुनीता पत्नी स्व. अहिवरण जाटव, सम्मी पत्नी साकिर और सुहाना पत्नी अंसार के मकान बारिश में धराशायी हो गए। वहीं, रुनी चुरसाई के हरजीत सिंह का कच्चा मकान भी गिर गया, हालांकि मकान में भूसा भरा होने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई।
लगातार बारिश के चलते गांवों में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण लोगों को अतिरिक्त समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल चार्जिंग न होने से सैकड़ों मोबाइल फोन बंद हो गए हैं, जिससे संपर्क साधनों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
बारिश के कारण कई कच्चे मकानों की छतें गिर गई हैं और दीवारें किसी भी समय गिरने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीण परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। इन परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उन्हें राहत प्रदान की जाएगी, ताकि वे अपने मकानों का पुनर्निर्माण कर सकें। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।