पथराव और फायरिंग में 39 उपद्रवी दबोचे गए, SIT गठित कर 10 दिन में मांगी गई रिपोर्ट
बरेली: Bareilly जिले में शुक्रवार को हुए पथराव और फायरिंग से उपजे बवाल ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी है। इस मामले में पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer Raza) को गिरफ्तार (arrested) कर लिया। शनिवार को अदालत में पेश किए जाने के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। सुरक्षा कारणों और प्रशासनिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए उन्हें बरेली से शिफ्ट कर फर्रुखाबाद की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में दाखिल किया गया है।
पथराव और गोलीबारी की घटनाओं में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। अब तक 39 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है और वीडियो फुटेज व ड्रोन कैमरों की मदद से अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने साफ किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदेश सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है। SIT को 10 दिन के भीतर पूरे घटनाक्रम की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। SIT यह भी पता लगाएगी कि आखिरकार हिंसा की योजना कहां से बनी, किन लोगों ने इसमें सक्रिय भूमिका निभाई और इसका उद्देश्य क्या था।
बरेली समेत आसपास के संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जगह-जगह फ्लैग मार्च किया जा रहा है ताकि लोगों में विश्वास बहाल हो और किसी तरह की अफवाह फैलने से रोका जा सके। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं। मौलाना तौकीर रजा का नाम पहले भी कई विवादों और आरोपों से जुड़ चुका है। बरेली बवाल में उनकी गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। विरोधी दल सरकार की कार्रवाई को कठोर बता रहे हैं, जबकि प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।