मेला प्रशासन साधु रूपी गुंडों का गुलाम: महंत ईश्वरदास |
दो दिन के अंदर वापस बैनर लगवाने की दी चेतावनी |
फर्रुखाबाद, यूथ इंडिया। मेला श्री रामनगरिया के मुख्य द्वार पर दुर्वासा ऋषि आश्रम के महंत ईश्वर दास महाराज का फोटो लगाए जाने से साधु संत नाराज हो गए। उद्घाटन से पूर्व संत समिति के अध्यक्ष सत्यगिरी महाराज के नेतृत्व में साधु संतों ने इटावा-बरेली हाईवे जाम कर दिया। जिसपर प्रशासनिक अधिकारियों ने आनन फानन में संत की फोटो को हटवाया। मौके पर मेला प्रभारी सत्यप्रकाश, कादरीगेट थानाध्यक्ष विनोद कुमार शुक्ला व भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
उद्घाटन के अगले दिन शुक्रवार को ब्रम्हचारी संत ईश्वरदास ने अन्न जल त्याग शांतिपूर्ण आंदोलन छेड़ दिया। उन्होंने कहा मेला प्रशासन एक अराजक तत्व, जो कि साधु रूप में गुंडा है उसका गुलाम बनता जा रहा है। बैनर मेला अध्यक्ष बब्लू दीक्षित द्वारा श्री दुर्वासा आश्रम के नाम से लगवाया गया था जो कि अराजनैतिक व कल्पवासियों के स्वागत हेतु था, जिसे बगैर किसी सूचना के हटवा दिया गया जो कि नियम विरूद्ध है। उन्होंने आश्रम से जुड़े सभी भक्तों से उनका साथ देने की अपील की व मेला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दो दिन के भीतर वापस आश्रम का बैनर ना लगा तो आंदोलन होगा। उन्होंने भगवान राम को अपना इष्ट बताते हुए कहा कि कोई भी हमारी सरलता को कायरता समझने की भूल ना करे।
महंत ईश्वरदास ने कहा जनपद में रहते उन्हें लगभग 25 वर्ष हो गये हैं। यदि किसी को अन्याय, अत्याचार, दुराचार, अराजकता, अधर्म का पाठ पढ़ाया हो तो उनका साथ ना दे लेकिन यदि धर्म का पाठ पढ़ाया है तो उनका साथ दे। उन्होंने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा “याचना नहीं फिर रण होगा, संग्राम महा भीषण होगा”। किसी भी घटना की जिम्मेदारी मेला प्रशासन की होगी।