यूथ इंडिया एजेंसी, ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के गोपीबाग इलाके में शुक्रवार (5 जनवरी) रात एक ट्रेन में उपद्रवियों ने आग लगा दी। इस घटना में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। ये घटना रात 9 बजकर 5 मिनट पर हुई। फायर सर्विस और सिविल डिफेंस कंट्रोल रूम के ड्यूटी ऑफिसर फरहादुज्जमान ने इस घटना की पुष्टि की है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंची। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।
इससे पहले 19 दिसंबर को भी एक ट्रेन को आग के हवाले किया गया था, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी।
दरअसल, बांग्लादेश में 12वें आम चुनाव के लिए 7 जनवरी को वोट डाले जाएंगे। शेख हसीना 2009 से प्रधानमंत्री हैं और 5वीं बार PM पद की दावेदार हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव के पहले जानबूझकर हिंसा की गई है, ताकि अशांति फैल सके।
5 डिब्बों में फैली आग
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारी अनवर हुसैन ने कहा कि उन्हें संदेह है कि आग की घटना तोड़फोड़ के बाद हुई। उपद्रवियों की तरफ से लगाई गई आग ट्रेन के 5 डिब्बों में फैल गई। फिलहाल पुलिस हताहतों और नुकसान का पता लगाने की कोशिश कर रही है। यह ट्रेन ढाका को बांग्लादेश के सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह बेनापोल से जोड़ती है।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम किया।
आम चुनाव से 2 दिन पहले भड़की हिंसा
बांग्लादेश में 7 जनवरी को होने वाले चुनाव का विपक्ष ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है। इसके चलते एक बार फिर शेख हसीना की जीत की संभावना दिख रही है।
हसीना ने मुख्य विपक्षी दल BNP पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है। इसमें सबसे बड़ा नाम BNP की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान का है। हसीना के मुताबिक वे बांग्लादेश का पैसा दूसरे देशों को भेज रहे हैं।
इलेक्शन में भाग ना लेने के फैसले पर रहमान ने कहा कि जिस चुनाव के नतीजे पहले से तय हों, उसमें हिस्सेदारी का कोई मतलब नहीं है। चुनाव पारदर्शी तरीके से नहीं हो रहे हैं, ऐसे में उनकी नेता खालिदा जिया और पार्टी के बाकी नेताओं ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
कैसी है बांग्लादेश की संसद?
- बांग्लादेश की संसद को ‘जातियो संगसद’ या हाउस ऑफ द नेशन कहा जाता है। इसकी नई बिल्डिंग 15 फरवरी 1982 में तैयार हुई।
- यह 200 एकड़ में बनी है। संसद में कुल 350 सीटें हैं और इनमें से 50 महिलाओं के लिए रिजर्व हैं।
- दुनिया में बांग्लादेश ही एकमात्र ऐसा मुस्लिम मेजॉरिटी नेशन है, जिसने अपनी संसद में खास तौर पर महिलाओं के लिए सीटें रिजर्व रखी हैं।
- शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के पास 302 सीटें हैं। इसके बाद हुसैन इरशाद की जातिया पार्टी है। इसके पास 26 सीटें हैं।
- खालिदा जिया की पार्टी BNP के पास इस वक्त महज 7 सांसद ही हैं। संसद का कार्यकाल भारत की तरह ही पांच साल का होता है। इमरजेंसी में इसे बढ़ाया भी जा सकता है।