प्रेमचंद्र की गाड़ी चलाने के साथ गनर का भी करता था काम |
यूथ इंडिया(देवरिया) फतेहपुर नरसंहार में गोलियां बरसाने वाले नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पट्टू ने ही सत्यप्रकाश दूबे के बेटे गांधी, बेटी सलोनी और पत्नी किरन को गोली मारी थी। नवनाथ प्रेमचंद की गाड़ी चलाने के साथ ही उसके गनर का भी काम करता था। घटना के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त प्रेमचंद की रायफल भी बरामद कर ली गई है। अब तक इस मामले में 21 लोग जेल भेजे जा चुके हैं।
2 अक्टूबर की सुबह भूमि विवाद में फतेहपुर ग्राम पंचायत के अभयपुरा टोले के पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की लेड़हा टोले के रहने वाले सत्यप्रकाश दूबे और उनके परिवार के लोगों ने हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद प्रेमचंद के परिजनों ने भीड़ के साथ पहुंच कर सत्यप्रकाश दूबे, उनकी पत्नी एक बेटे व दो बेटी को नृशंश तरीके से मार डाला था, जबकि उनका आठ साल का बेटा अनमोल गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसका बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में पुलिस सुरक्षा के बीच इलाज चल रहा है। इस मामले में सत्यप्रकाश दूबे के बेटी शोभिता की तहरीर पर 27 नामजद व 50 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने हत्या समेत विभिन्न गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था। मामले में प्रेमचंद यादव के पिता और भाई समेत 20 लोग गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी कि सत्यप्रकाश दूबे के बेटे गांधी, बेटी सलोनी और पत्नी किरन को गोली मारी गई थी। तभी से पुलिस को गोली मारने वाले के साथ ही असलहे की भी तलाश थी।
पुलिस लाइन स्थित मनोरंजन कक्ष में पत्रकारवार्ता करते हुए एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि पुलिस ने छापेमारी करते हुए रविवार को प्रेमचंद के ड्राइवर नवनाथ मिश्र पुत्र अमरनाथ मिश्र निवासी फतेहपुर टोला अभयपुर को दबोच लिया। उसे रुद्रपुर के मनौली तिराहे से पकड़ा गया। वह उस समय कहीं भागने की फिराक में था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि प्रेमचंद की रायफल से तीन राउण्ड गोली चलाई थी। वारदात के बाद रायफल को घर के समीप झाड़ी में छुपा दिया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर रायफल को बरामद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने सीएचसी रुद्रपुर में उसका मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।