यूथ इंडिया (प्रशांत कटियार)
फर्रुखाबाद। चोरी व अन्य अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन शहर की तीसरी आँख कहे जाने वाले अधिकांश कैमरे, देखरेख के अभाव में खराब होकर बंद पड़े हुए हैं। वहीं दूसरी ओर विगत कुछ समय से जिले में चोरी की घटनाएँ भी बढ़ गई हैं। पूर्व में चोरी आदि होने पर सीसीटीवी के फुटेज खंगाले जाते थे, लेकिन वर्तमान में इन कैमरों से भी कोई लाभ नहीं दिख रहा है। इसे देखते हुए पुन: सीसीटीवी कैमरों को दुरूस्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पूर्व में तात्कालीन पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के द्वारा शहर के व्यापारियों से अपने दुकानों, घरों आदि के सामने सीसीटीवी कैमरा लगाने की अपील की गई थी, साथ ही शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात उन्होंने कही थी। और कई जगह कैमरे लगबाये भी गए थे जोकि अब बंद है,पुलिस अधीक्षक की अपील एवं स्वयं की सुरक्षा को देखते हुए व्यापारियों ने भी इस बात को गंभीरता से लिया था, और अपर जिलाधिकारी सुभाष प्रजापति ने प्रधानों से संवाद स्थापित कर संदिग्ध स्थानो पर कैमरे लगवाने की अपील की थी, नगर पालिका और नगर पंचायत द्वारा तिराहे चौराहे ऊपर कैमरे लगाए भी गए थे, लेकिन जो आप सिर्फ सफेद हाथी बनकर रह गए हैं, पुलिस आए दिन घटना के बाद प्राइवेट दुकानदारों की दुकानों में कैमरा देखने को विवश रहती है,कैमरे सही ढंग से काम कर रहे होते तो कई मामलों में सीसीटीवी कैमरे चोरों को पकडऩे में सहायक होते। इन घटनाओं को देखते हुए एक बार फिर जिले वासियों के द्वारा उन कैमरों को दुरूस्त करने एवं आवश्यकतानुसार नये कैमरे लगाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि जिले में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाए जा सके।
पुलिस के लिए मददगार होते थे कैमरे
बीते कुछ वर्षों में जिले में कहीं चोरी की वारदात होने पर पुलिस की टीम विभिन्न मार्गों में जाकर व्यापारियों व चौक पर लगे कैमरे की जाँच करती थी, जिससे चोरों के आने जाने का मार्ग पता चल जाता था। इससे चारों को पकडऩे में भी मदद मिलती थी। लेकिन वर्तमान में कई व्यवसायियों के भी सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं, जिसके कारण पुलिस को भी कैमरों से ठीक तरह से मदद नहीं मिल पर रही है।
कमालगंज बीआरसी गोलीकांड मे ऑफिस के कैमरे मिले थे बंद
बीते कुछ दिनों पूर्व दिनदहाड़े कमालगंज बीआरसी में गोली कांड हुआ था, जिसमें आरोपी ने ऑफिस के अंदर ही अपना दूसरा रूप धारण करने के बाद गोली चलाई थी, यहां बताना जरूरी है की घटना के कुछ माह पूर्व तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी यासमीन रहमान द्वारा बीआरसी परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे, सीसीटीवी बंद होने की वजह आज तक स्पष्ट नहीं हो सकी।
बैंक मैनेजर की चोरी हुई कार तक नहीं ढूंढ सकी पुलिस
बीते कुछ दिनों पूर्व आवास विकास कॉलोनी से कमालगंज पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर की विटारा ब्रेजा कार कार चोर उठा ले गए थे, कड़ी मस्कत और जद्दोजहद के बाद बैंक मैनेजर ने जैसे तैसे कादरीगेट थाने में मुकदमा पंजीकृत कर पाया था, आज तक पुलिस चोरी हुई कर ढूंढने में सफल नहीं हुई है
सीसीटीवी की स्थापना के लिए डीजीपी ने जारी की थी एसओपी
तत्कालीन डीजीपी विजय कुमार ने आपरेशन दृष्टि के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरों की स्थापना के संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी से निगरानी कर अपराध नियंत्रण तथा घटनाओं के अनावरण में उनका उपयोग किया जा सकता है। इससे बेहतर पुलिसिंग करते हुये जनसामान्य खासकर महिलाओं में और सुरक्षा की भावना जागृत की जा सकती है।डीजीपी ने कहा कि कैमरों के फुटेज का अपराधिक घटनाओं के अनावरण में प्रयोग हो सकेगा। वहीं निर्दोष व्यक्तियों को चिन्हित करने और वास्तविक अपराधी की खोजने में मदद मिलेगी।