लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने गुरुवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को गंभीरता से लेने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि हर मतदाता का नाम सूची में शामिल हो। अखिलेश ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से एसआईआर में आवश्यक जानकारी सही ढंग से भरने और जनता में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया ताकि किसी भी पात्र मतदाता का नाम सूची से न छूटे। बरेली में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाना हर नागरिक का अधिकार है और इस प्रक्रिया को सुगम बनाना चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को एक सरल और सुलभ प्रणाली बनानी चाहिए ताकि आम जनता, खासकर गरीब और अशिक्षित लोग बिना किसी परेशानी के अपना वोट डाल सकें। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अक्सर जनता के हितों से भटक जाता है और राजनीतिक दलों को परेशान करने में सक्रिय रहता है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता तक पहुँचने, उन्हें एसआईआर प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करने और फॉर्म भरने में उनकी मदद करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “हमें एसआईआर से डरना नहीं चाहिए; हमें दृढ़ रहना चाहिए। एक भी पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची से नहीं छूटना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सपा एक नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है और नई पीढ़ी के भविष्य को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी स्थानीय स्तर पर विकास को बढ़ावा देने के लिए बरेली सहित प्रत्येक जिले के लिए एक अलग चुनाव घोषणापत्र तैयार करेगी। बिहार की राजनीति पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने को लेकर कोई भ्रम नहीं है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि जब मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में होती है, तो वह सांप्रदायिक भाषा का सहारा लेते हैं और समाज को बांटने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास, रोजगार और नौकरी की बात नहीं करती, बल्कि सर, हिंदू-मुस्लिम और अन्य मुद्दों में उलझाकर जनता को गुमराह करती है।


