हरदोई। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान के बेटे व पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) को आज जिला कारागार से रिहा हो गए हैं। अब्दुल्लाह को 22 अक्टूबर 2023 को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में रामपुर कारागार से हरदोई कारागार में शिफ्ट किया गया था। 16 महीने से अधिक समय से वह हरदोई जेल में बंद है। अब्दुल्ला की सभी मामलों में जमानत होने के बाद जिला कारागार हरदोई में रिहाई आदेश पहुंचने के बाद आज उन्हें हरदोई जिला कारागार से रिहा किया गया।
सोमवार को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल न्यायालय से उनकी रिहाई के परवाने हरदोई जेल को भेज दिए गए थे और आज जब उनकी रिहाई होने की खबर सामने आई है तो समर्थकों का जमावड़ा जिला कारागार के बाहर गेट पर लगने लगा। जिनमे सपा के नेता भी शामिल रहे। मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा भी हरदोई पहुंची और उन्होंने कहा कि न्याय पालिका पर पहले भी भरोसा था अब भी है न्याय मिला है आगे भी मिलेगा। अब्दुल्ला की रिहाई को लेकर उनके समर्थक रामपुर से लेकर कई अन्य जिलों के जिला कारागार पर पहुंचे।
समर्थकों की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी जिले में धारा 144 लगे होने का हवाला देकर जिला कारागार के आसपास भीड़ न करने की चेतावनी देता नजर आ रहा है। ऐसे में अब्दुल्लाह आजम के समर्थक छोटे-छोटे गुटों में कई जगह पर अलग-अलग खड़े हुए नजर आ रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट से हुई थी जमानत
बीते दिनों उनकी सुप्रीम कोर्ट से जमानत हुई थी उसके बाद बाकी बचे एक मामले में रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट मजिस्ट्रेट ट्रायल में से भी उनको जमानत मिल गई। लेकिन उनके ऊपर 45 मुकदमे दर्ज थे जिन सब में ही जमानत हो चुकी थी लेकिन जेल में रहने की वजह से उनकी जमानतें तुड़वा चुके थे।
जमानतियों के सत्यापन की रिपोर्ट कोर्ट पहुंच चुकी है। सोमवार को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल न्यायालय से उनकी रिहाई के परवाने हरदोई जेल को भेज दिए गए। मंगलवार को उनकी रिहाई हो गई।