दिल्ली के मुस्तफाबाद में चार मंजिला इमारत भरभराकर गिर गयी। यह हादसा शक्ति विहार में शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को हुआ। फायर डिपार्टमेंट को रात 2:50 बजे बिल्डिंग गिरने की सूचना मिली। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 12 लोगों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है।
हादसे पर डीआईजी एनडीआरएफ मोहसेन शाहेदी ने कहा, “स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 12 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। हमारी एनडीआरएफ टीम और अन्य एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हुई हैं। यह एक भीड़भाड़ वाला इलाका है और हमें भारी मशीनरी की आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, हमें उम्मीद है कि हम लोगों की जान बचा पाएंगे।” विधानसभा उपाध्यक्ष और मुस्तफाबाद विधायक मोहन सिंह बिष्ट मुस्तफाबाद पहुंचे, जहां आज एक इमारत ढह गई।
मोहन सिंह बिष्ट ने कहा, “तीन महीने पहले जब मैं चुनाव जीता था, तब मैं इसी इलाके में था। मैंने उस समय कहा था कि यह बिल्डिंग हादसे का कारण बन सकती है। मैंने दिल्ली के एलजी और एमसीडी कमिश्नर से कहा है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “पूरा मुस्तफाबाद ऐसी इमारतों से भरा पड़ा है, जो नुकसान पहुंचा सकती हैं। इमारतें अवैध रूप से बनाई गई हैं। बिजली कंपनियां गरीबों को बिजली कनेक्शन नहीं दे रही हैं, लेकिन घरों के अंदर बिजली के खंभे लगे हुए हैं… एमसीडी और ऐसे विभाग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं, और इस घटना ने उनकी पोल खोल दी है।”
फायर टेंडर और एनडीआरएफ की टीमों के 40 से ज्यादा लोग राहत बचाव कार्य में जुटे हैं। डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने कहा, “हमें सुबह करीब 2:50 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली थी। हम मौके पर पहुंचे और पाया कि पूरी इमारत ढह गई है और हमें लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना मिली। एनडीआरएफ, दिल्ली अग्निशमन सेवा लोगों को बचाने के लिए काम कर रही है।”