- पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोप
- पीलीभीत हजारा क्षेत्र की सुमित्रा कौर ने डाली खुद पर ज्वलनशील पदार्थ, सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से बची जान
पीलीभीत। राजधानी लखनऊ में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री आवास, पांच कालीदास मार्ग के पास एक महिला पत्रकार ने आत्मदाह का प्रयास किया। पीलीभीत जनपद के हजारा क्षेत्र की रहने वाली और एक डिजिटल पोर्टल से जुड़ी सुमित्रा कौर नामक महिला ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और आत्मदाह निरोधी दस्ते ने तत्काल हस्तक्षेप कर उसे बचा लिया।
क्यों उठाया आत्मदाह का कदम?
जानकारी के अनुसार, सुमित्रा कौर ने हाल ही में हजारा थाना क्षेत्र में कुछ आरोपियों के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़ और अभद्रता की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान थीं। इसी कारण उन्होंने आत्मदाह जैसा गंभीर कदम उठाने की योजना बनाई।
पुलिस प्रशासन ने क्या कहा?
एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि महिला द्वारा आत्मदाह की कोशिश की पुष्टि हुई है और इसकी पृष्ठभूमि में पीलीभीत पुलिस की निष्क्रियता बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि पीड़िता को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है और उसकी मेडिकल जांच की जा रही है। साथ ही, घटना की सूचना पीलीभीत पुलिस को भेज दी गई है तथा वहां से विवरण मंगवाए जा रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटनाक्रम ने मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। यह चौंकाने वाली बात है कि कोई व्यक्ति ज्वलनशील पदार्थ के साथ इतनी संवेदनशील जगह तक कैसे पहुंच गया। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
फिलहाल क्या स्थिति है?
फिलहाल सुमित्रा कौर की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस घटना ने महिला सुरक्षा, थानों की जवाबदेही और आम नागरिकों की न्याय तक पहुँच को लेकर एक बार फिर गंभीर बहस छेड़ दी है।