महाकुंभ (Maha Kumbh) के दौरान एक बार फिर आग ने विकराल रूप ले लिया है। गुरुवार दोपहर छतनाग घाट के पास स्थित नागेश्वर घाट सेक्टर 22 के टेंट सिटी में भीषण आग लग गई, जिससे एक दर्जन से ज्यादा टेंट जलकर राख हो गए। आग लगने के कारण मेला क्षेत्र में अफरातफरी मच गई, लेकिन राहत की बात यह है कि इस हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है।
आग छतनाग घाट के पास स्थित वैदिक टेंट सिटी में लगी, जो एक प्राइवेट कंपनी द्वारा संचालित की जा रही थी। इस टेंट सिटी में कई कॉटेज और अन्य संरचनाएं शामिल थीं, जो आग की चपेट में आ गईं। झूंसी की तरफ मेला के किनारे स्थित यह घाट आग के कारण पूरी तरह से प्रभावित हुआ। आग की लपटों को देख आसपास के लोग और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक कई टेंट जल चुके थे।
फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू किए। हालांकि, आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में कुछ समय लग गया। इस हादसे में करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान जताया जा रहा है, लेकिन फिलहाल किसी भी व्यक्ति की जान का नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, और अधिकारियों द्वारा इसकी जांच की जा रही है।
महाकुंभ में आग की यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ा चुनौती बनकर सामने आई है। यह हादसा महाकुंभ के आयोजकों और सुरक्षा अधिकारियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को उजागर करता है। प्रशासन ने इस घटना के बाद मेला क्षेत्र में और सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने की योजना बनाई है।
महाकुंभ में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए अब मेला क्षेत्र में आग बुझाने के उपायों को और मजबूत किया जाएगा। आग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाने की बात कही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।