लखनऊ। प्रदेश सरकार ने वन एवं पर्यावरण विभाग के एसीएस (अपर मुख्य सचिव) मनोज सिंह (Manoj Singh) को अचानक उनके पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया है। 1989 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज सिंह का अगले महीने रिटायरमेंट होना था, लेकिन सरकार ने उन्हें देर रात पद से हटाकर प्रतीक्षारत सूची में डाल दिया।
इस बदलाव के साथ ही, सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनिल कुमार तृतीय को वन एवं पर्यावरण का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। अनिल कुमार के पास पहले से ही खनन और श्रम विभाग का कार्यभार है। इस नए चार्ज के साथ अब अनिल कुमार तीन महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभालेंगे।
मनोज सिंह (Manoj Singh) को वन एवं पर्यावरण विभाग में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता रहा है, जहां उन्होंने जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर प्रभावी नीतियां और योजनाएं लागू करने का प्रयास किया। उन्हें पर्यावरण सुरक्षा और वन संरक्षण के लिए कई योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल किया गया था।
अनिल कुमार तृतीय: सरकार के भरोसेमंद अफसर
अलग-अलग विभागों के चार्ज के साथ, अनिल कुमार तृतीय सरकार के विश्वसनीय अधिकारियों में गिने जाते हैं। वर्तमान में वह खनन और श्रम विभाग का प्रभार संभाल रहे थे और अब फॉरेस्ट विभाग की जिम्मेदारी भी उनके हिस्से में आई है। एक ही अधिकारी को इतने महत्वपूर्ण विभागों का चार्ज दिया जाना सरकार के विशेष भरोसे को दर्शाता है।
यह बदलाव सत्ता के समीकरणों में हो रहे संभावित बदलाव का संकेत देता है। आगामी रिटायरमेंट के पहले ही मनोज सिंह को पद से हटाना और एक ही अधिकारी को इतने विभागों का कार्यभार सौंपना सरकार की नई रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रशासनिक गलियारों में इस बदलाव को लेकर चर्चाएं तेज हैं।