यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। प्रदेश के पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि नेपाल सीमा के पास स्थित मदरसों में संदिग्ध बाहरी लोग शरण ले रहे हैं और वहां नकली नोट छापे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन अवैध मदरसों की जांच की जाएगी और यदि आरोप सही पाए गए, तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजभर ने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा मुसलमानों के पक्ष में बोलती है, लेकिन बदले में उन्हें केवल निराशा ही मिलती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब किसी यादव का एनकाउंटर होता है, तो अखिलेश यादव तुरंत बयान देते हैं, लेकिन बहराइच जैसे मामलों में उनका पक्ष नहीं आता।
राजभर ने यह भी कहा कि आजादी के बाद से मुसलमानों को नौकरियों में 38त्न हिस्सेदारी मिली थी, जो अब कम होती जा रही है। उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यकाल में 51 मुस्लिम अभ्यर्थियों के परीक्षा पास करने का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे पहले किसी भी सरकार में अल्पसंख्यकों को ऐसा सम्मान नहीं मिला।
उपचुनावों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इन उपचुनावों से सरकार को कोई खतरा नहीं है और उनकी पार्टी इन चुनावों में नहीं लड़ रही है। वायनाड में प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे के विषय में उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का मामला है, लेकिन जनता सत्ता पक्ष को वोट देना पसंद करती है, इसलिए वहां भी भाजपा जीतने की संभावना है।
राजभर के इन बयानों से स्थानीय राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, खासकर जब वह मदरसों और समाजवादी पार्टी के प्रति अपनी चिंताओं को उठाते हैं।