बरेली: शहर में एक बार फिर हाई-प्रोफाइल निवेश घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। आकर्षक ब्याज दरों का झांसा देकर कैनविज कंपनी (Canviz Company) ने निवेशकों (investors) से करीब ₹1.35 करोड़ रुपये हड़प लिए। निवेशकों की शिकायत पर कंपनी के एमडी और एजेंटों के खिलाफ बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। कंपनी ने दावा किया था कि निवेश करने पर हर महीने 5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा और एक निश्चित अवधि के बाद रकम दोगुनी की जाएगी।
शुरुआत में कुछ महीनों तक ब्याज का भुगतान किया गया, जिससे लोगों का भरोसा बढ़ा — लेकिन बाद में कंपनी के दफ्तर बंद हो गए और सभी जिम्मेदार लापता हो गए। जांच से पता चला है कि कैनविज का नेटवर्क सिर्फ बरेली तक सीमित नहीं, बल्कि वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, और दिल्ली तक फैला है। कंपनी ने कई जिलों में एजेंटों के माध्यम से निवेशकों को जोड़ा और पोस्ट डेटेड चेक, फर्जी एग्रीमेंट और ऑनलाइन रसीदें देकर भरोसा दिलाया।
”सच्चाई यह निकली कि कंपनी की कोई वैध रजिस्ट्री नहीं थी और निवेशकों का पैसा फर्जी खातों में ट्रांसफर कर दिया गया।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कंपनी के एमडी और प्रमुख सहयोगी अब अंडरग्राउंड हैं, जबकि एजेंटों से पूछताछ की जा रही है। अब तक तीन पीड़ितों की एफआईआर दर्ज हो चुकी है, और दर्जनों अन्य निवेशक भी शिकायत की तैयारी में हैं। निवेशकों का कहना है कि कंपनी ने 2022 में बरेली में “कैनविज वेल्थ सॉल्यूशंस प्रा. लि.” के नाम से कारोबार शुरू किया था।
कर्मचारियों को विशेष वर्दी, शानदार ऑफिस और सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए “विश्वसनीय छवि” दिखाई गई। कई मध्यमवर्गीय परिवारों ने अपनी जमा-पूंजी निवेश कर दी — कुछ ने तो पारिवारिक जेवर और फिक्स्ड डिपॉजिट तक तोड़ दिए।
एक पीड़ित निवेशक ने कहा
“पहले कुछ महीनों तक ब्याज मिला, फिर धीरे-धीरे पेमेंट रुक गया। जब ऑफिस पहुंचे तो ताला लटक रहा था,”
बारादरी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच टीम बैंक खातों, मोबाइल ट्रांजैक्शन और ईमेल आईडी के माध्यम से कंपनी की वास्तविक स्थिति पता लगाने में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक, ठगी की रकम ₹1.35 करोड़ से अधिक हो सकती है क्योंकि कई जिलों से शिकायतें सामने आ रही हैं।


