यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। कुख्यात माफिया अनुपम दुबे के गुर्गों पर प्रशासन की नरमी से जिले में फिर से अपराध का माहौल बनने लगा है। विशेष रूप से उनके खास गुर्गे और सहयोगी वकील अवधेश मिश्रा एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं, जो न्यायिक और पुलिस अधिकारियों को टारगेट कर रहे हैं। पहले जहां पुलिस अधीक्षकों की सख्ती से उनकी गतिविधियों पर लगाम लगी थी, अब प्रशासन के ढीले रवैये के चलते अपराधी फिर से सिर उठाने लगे हैं।
पिछले 6 महीनों में फर्रुखाबाद जिले में अपराध के मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है।विशेष रूप से न्यायिक और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज कर प्रशासन का ध्यान भटकाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। छद्म नामों से दर्ज की गई ये शिकायतें प्रशासन को भ्रमित करने के लिए की जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार, वकील अवधेश मिश्रा, जो माफिया अनुपम दुबे का करीबी माना जाता है, अब एक बार फिर से अपने पुराने अंदाज में लौट आए हैं। वह अधिकारियों पर निशाना साधते हुए झूठे आरोपों और शिकायतों का सहारा ले रहे हैं।
मिश्रा की इन हरकतों से न सिर्फ पुलिस प्रशासन का ध्यान भटक रहा है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया पर भी असर पड़ रहा है। पहले के पुलिस अधीक्षकों के सख्त रवैये से उनकी आवाज़ दब गई थी, लेकिन अब वह फिर से प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं।
अपराधियों की बढ़ती गतिविधियों से आम जनता में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। कई स्थानीय लोग प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पिछली बार जब प्रशासन ने कड़े कदम उठाए थे, तब अपराध पर नियंत्रण पाया गया था, लेकिन अब नरमी बरतने से जनता की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
प्रशासन की चुनौतियां
पुलिस और प्रशासन के सामने इन परिस्थितियों से निपटना एक बड़ी चुनौती बन गया है। लगातार बढ़ती झूठी शिकायतें और गुर्गों की बढ़ती गतिविधियां प्रशासन की कड़ी परीक्षा ले रही हैं। फर्रुखाबाद में माफिया अनुपम दुबे के सहयोगियों द्वारा फैलाए जा रहे आतंक से निपटने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे। जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और न्यायिक अधिकारियों को सतर्कता बरतनी होगी और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी।