यूथ इंडिया संवाददाता
शमशाबाद, फर्रुखाबाद। शमशाबाद क्षेत्र के किसानों में डीएपी खाद की कमी को लेकर गहरा आक्रोश है। आलू गड़ाई की तैयारियों के बीच, किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर डीएपी खाद के लिए पिछले कई दिनों से भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इससे परेशान किसानों ने जिलाधिकारी फर्रुखाबाद से अविलंब खाद उपलब्ध कराने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, शमशाबाद क्षेत्र के किसान आलू गड़ाई की तैयारियों में जुटे हुए हैं, जिसमें जुताई और मड़ाई का कार्य जोरों पर है। फिलहाल, किसानों को आलू गड़ाई के लिए डीएपी खाद की सख्त आवश्यकता है, लेकिन सरकारी क्रय केंद्रों पर खाद की उपलब्धता न होने से किसान निराश हैं।
किसानों का कहना है कि सितंबर के बाद आलू गड़ाई की तैयारियां तेजी से शुरू हो जाती हैं, लेकिन जब उन्हें सबसे अधिक जरूरत होती है, तब सरकारी केंद्रों पर खाद नहीं मिल रही। मंगलवार की सुबह, जब किसान डीएपी खाद के लिए शमशाबाद के सरकारी क्रय केंद्र पर पहुंचे, तो उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।
किसानों ने आरोप लगाया है कि सरकारी क्रय केंद्रों पर खाद उपलब्ध नहीं होने के बावजूद, प्राइवेट केंद्रों पर डीएपी खाद के नाम पर किसानों का शोषण जारी है। सरकारी अधिकारियों से कोई संतोषजनक उत्तर न मिलने पर किसानों का गुस्सा और बढ़ गया है। किसानों ने बताया कि कुछ समय पूर्व जिला कृषि अधिकारी ने आश्वासन दिया था कि जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है, लेकिन यह दावा तब गलत साबित हो गया, जब सरकारी क्रय केंद्र शमशाबाद में किसानों को घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिली। स्थानीय किसानोंने बताया कि वे कई दिनों से सरकारी क्रय केंद्र के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें डीएपी खाद नहीं मिल पा रही।
किसानों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि शमशाबाद की सोसायटी सहित अन्य सरकारी क्रय केंद्रों पर तुरंत डीएपी खाद उपलब्ध कराई जाए, ताकि आलू गड़ाई का कार्य सुचारु रूप से हो सके।