लखनऊ: पूर्वाेत्तर रेलवे, लखनऊ मण्डल ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन को पूर्ण रूप से महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित स्टेशन के रूप में स्थापित किया है। यह स्टेशन अब पूर्वाेत्तर रेलवे का एकमात्र ऐसा स्टेशन बन गया है, जहां समस्त परिचालन, वाणिज्य, सुरक्षा और तकनीकी कार्यों की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा निभाई जाएगी। इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल एवं महिला कल्याण संगठन, लखनऊ की अध्यक्षा श्रुति गुप्ता की उपस्थिति में स्टेशन (station) के महिला संचालन का शुभारंभ एवं ‘अमृत संवाद’ कार्यक्रम (Amrit Samvad programme) का आयोजन किया गया। लखनऊ सिटी स्टेशन की वरिष्ठतम रेल कर्मी श्रीमती विजय लक्ष्मी पांडे, मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक द्वारा फीता काटकर शुभारंभ किया गया।
मण्डल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, “लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन का पूर्ण महिला संचालन ‘नारी शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ की भावना का प्रतीक है। यह कदम महिलाओं की क्षमता, आत्मविश्वास और समर्पण को दर्शाता है। रेलवे जैसे विशाल संगठन में स्टेशन संचालन की सभी जिम्मेदारियां जैसे परिचालन, टिकटिंग, सुरक्षा और तकनीकी कार्य, महिलाओं द्वारा संभालना गर्व का विषय है। हमारी सभी महिला कर्मचारियों की मेहनत और लगन ने इस स्टेशन को एक नया मुकाम दिलाया है।”
लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन पर अब स्टेशन अधीक्षक, आरक्षण पर्यवेक्षक, टिकट संग्राहक, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), कॉटावाला, सिगनल मेंटेनर, सफाईकर्मी सहित सभी महत्वपूर्ण भूमिकाएं महिला कर्मचारी निभाएंगी। यह स्टेशन 24 घंटे महिला कर्मचारियों के नेतृत्व में संचालित होगा, जो यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
‘अमृत संवाद’ कार्यक्रम में मण्डल रेल प्रबंधक ने कर्मचारियों, यात्रियों और प्रेस मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर उपमहानिरीक्षक जगजीवन राम अकादमी, वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, जनसंपर्क अधिकारी, सहायक वाणिज्य प्रबंधक, सहायक यांत्रिक इंजीनियर/ईएनएचएम सहित अन्य अधिकारी गण और कर्मचारी उपस्थित थे। यह पहल न केवल रेलवे में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी, बल्कि समाज में अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।


