मेरठ: यूपी के जिला मेरठ के गांव अजराडा मे जलती चिता से लाश निकालकर तांत्रिक (tantriks) क्रिया करने वाले तांत्रिक बलजीत व सिद्धि हासिल करने के प्रयास मे जुटे उसके चेले इमरान को पुलिस ने अरेस्ट (arrested) कर जेल भेज दिया है। इन लोगो ने दलित गजेंद्र की मौत के बाद जलती चिता से उसके शव के अधजले अवशेष निकाल रखे थे। चिता की आग पर चावल बनाकर खाने की तैयारी थी। एक चेला शौकीन फरार है, उसकी तलाश जारी है।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली में अजराड़ा के रहने वाले गजेंद्र पुत्र बीरपाल की हत्या कर दी गई थी और इसके बाद उसके शव का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शुक्रवार को शव गांव पहुंचा तो गांव के श्मशान देर रात उसके शव को मुखाग्नि देने के बाद परिज और गांव वाले वापस आ गए। कुछ देर बाद जंगल गए कुछ लोगों ने चिता से तीन लोगों को शव के अंग निकालते हुए देख लिया तो ग्रामीणों को सूचना दी।
इस मामले की खबर लागते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और जब वहां पहुंचे तो देखा तो तांत्रिक बलजीत पुत्र हरिकिशन तथा उसके दो सहयोगी इमरान और शौकीन चिता से अधजले अंग निल रहे थे और चिता की अग्नि में एक बर्तन रखकर उसमें चावल पका रहे थे। इस दौरान वहां मौके पर ग्रामीणों ने तांत्रिक बलजीत और इमरान को पकड़ लिया, जबकि शौकीन मौके से फरार हो गया। पकड़े गए इन दोनों को ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया है।
पुलिस ने ग्रामीणों की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पकड़े गए बलजीत और इमरान को शनिवार को जेल भेज दिया। एसओ मुंडाली राम गोपाल सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपित शौकीन की की तलाशी जारी है पर जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।


