लखनऊ: अखिल भारत हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए हिंदू समाज से “चादर और फादर” (Chadar and Father) से दूर रहने की अपील की है। महासभा ने आरोप लगाया है कि विदेशी फंडिंग के जरिए हिंदू समाज, खासकर गरीब और दलित वर्ग की लड़कियों को टारगेट कर धर्मांतरण कराया जा रहा है। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिषिर चतुर्वेदी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह षड्यंत्र किसी एक जगह तक सीमित नहीं है बल्कि सुनियोजित तरीके से कई जिलों में फैलाया जा रहा है।
महासभा का आरोप है कि “झागुर” जैसे लोगों और कथित चंगाई सभाओं के जरिए न सिर्फ गरीब हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा है बल्कि युवतियों को लालच और झांसे में लेकर उनकी आस्था को भी तोड़ा जा रहा है। हिंदू महासभा ने बताया कि इस विषय पर संगठन ने पूर्व में कई बार केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखकर शिकायत की थी, जिसके बाद अब मामले में गंभीर खुलासे सामने आ रहे हैं।
महासभा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी एटीएस और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सख्ती के कारण इस पूरे धर्मांतरण नेटवर्क के तार उजागर हो रहे हैं। संगठन ने कहा कि इस तरह के अभियान से सनातन धर्म की रक्षा हो सकेगी और समाज में जागरूकता आएगी।
शिषिर चतुर्वेदी ने कहा कि धर्मांतरण के इस खेल में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त कर बुलडोजर चलाया जाए। इतना ही नहीं, ऐसे लोगों के नाम और तस्वीरों वाले पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जाएं ताकि समाज को चेतावनी मिल सके और कोई भी इस तरह की गतिविधियों का हिस्सा न बने।
अखिल भारत हिंदू महासभा ने स्पष्ट कहा कि धर्मांतरण रोकना केवल कानून का विषय नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा हुआ प्रश्न है। संगठन ने प्रदेश और केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इस प्रकार के षड्यंत्रकारी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए और भी कठोर कानून और कार्रवाइयाँ की जाएँ।