महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण को दिया गया विशेष जोर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में ‘मिशन शक्ति’ (Mission Shakti) अभियान की समीक्षा की और आगामी शारदीय नवरात्रि से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं सशक्तिकरण को समर्पित अभियान के 5वें चरण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 से प्रारंभ हुए ‘मिशन शक्ति’ अभियान से प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण में आशातीत परिणाम प्राप्त हुए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इस चरण में विभागीय समन्वय के साथ व्यापक कार्यक्रम चलाए जाएँ। पुलिस बल की फूट पेट्रोलिंग प्रभावी बनायी जाए, पी0आर0वी0–112 की सभी गाड़ियाँ लगातार सड़कों पर सक्रिय रहें।
उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को आमजन से संवाद करने, पुलिस लाइनों का निरीक्षण करने और गस्त में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। नवरात्रि एवं अन्य पर्व-त्योहारों की अवधि में मंदिरों, धार्मिक स्थलों, मेलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर महिला पुलिस बल की विशेष तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों में संलिप्त अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने, प्रत्येक जनपद में महिला सुरक्षा से जुड़े संवाद और कॉन्फ्रेंस आयोजित करने और जेल में बंद असहाय महिलाओं को विधिक सहायता उपलब्ध कराने के प्रयास प्रभावी बनाने का आदेश भी दिया।
इस अभियान के तहत महिला हेल्पलाइन 1090 पर आने वाली हर कॉल को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा और हर स्थिति में उसका संतोषजनक निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा। सभी नगर निगमों में पिंक बूथ की स्थापना और मिशन शक्ति केंद्रों पर कार्यरत पुलिसकर्मियों तथा कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चरण में सभी 57 हजार ग्राम पंचायतों और 14 हजार नगर निगम वार्डों में महिला बीट पुलिस अधिकारियों को चरणबद्ध रूप से भेजा जाएगा। यह अभियान 22 सितंबर से प्रारंभ होकर 30 दिनों तक लगातार संचालित होगा।