यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद, कमालगंज। नगर पंचायत कमालगंज में भ्रष्टाचार और अधिकारों के दुरुपयोग का गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष केके शंखवार पर अपनी पत्नी और नगर पंचायत अध्यक्ष राजबेटी की कुर्सी पर अवैध रूप से कब्जा करने और वित्तीय अधिकारों का गलत तरीके से उपयोग करने का आरोप लगा है।
सूत्रों के अनुसार, केके शंखवार नगर पंचायत के वित्तीय मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं और फर्जी नामों से ठेकेदारी करते हुए नगर पंचायत के फंड का दुरुपयोग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनके द्वारा कई ठेकेदारी अनुबंध खुद ही हथियाए जा रहे हैं, जबकि वह तकनीकी रूप से नगर पंचायत के अध्यक्ष नहीं हैं।
वित्तीय आंकड़ों की बात करें तो पिछले छह महीनों में नगर पंचायत के ठेकों में 30′ से अधिक की अनियमितताएं पाई गई हैं, जिसमें अनुमानित रूप से 50 लाख रुपये से अधिक के ठेके संदिग्ध नामों से किए गए हैं। आरोप यह भी है कि ठेकेदारों के नाम पर कागजों में दिखाए गए कार्यों की गुणवत्ता और समयसीमा का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे नगर पंचायत के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
नगर के कई स्थानीय निवासियों और विपक्षी नेताओं ने इस मामले की जांच की मांग की है और जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले में सख्त कदम उठाए जाएं। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच होती है, तो नगर पंचायत के वित्तीय मामलों में और भी कई घोटालों का खुलासा हो सकता है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई करता है और किस तरह से नगर पंचायत में चल रहे इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाता है।हालांकि नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव ने संज्ञान लिया है।