यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। कमालगंज नगर पंचायत में भ्रष्टाचार की घटनाएँ अब चरम पर पहुँच चुकी हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष राजबेटी शंखवार का पति, जो कि पेशे से एक मास्टर हैं जो रजीपुर जूनियर स्कूल में तैनात है पूर्व में बीआरसी भी रह चुका है, स्कूल जाने से अधिक नगर पंचायत के कार्यों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। प्रतिदिन नगर पंचायत कार्यालय में बैठ सरकारी काम में बाधा डालना उसका काम है। मास्टर सरकारी धन का दुरुपयोग कर निर्माण कार्यों में ठेकेदारी करा रहा हैं, जिससे विकास कार्य ठप पड़ गए हैं। स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि इस स्थिति से आक्रोशित हैं, क्योंकि सरकारी योजनाओं का लाभ जनता तक नहीं पहुँच रहा।
ठेकेदारी में लिप्त, विकास कार्यों की अनदेखी
नगर पंचायत के कई महत्वपूर्ण कार्य पिछले कई महीनों से ठप पड़े हैं। जल निकासी, सडक़ निर्माण और सफाई व्यवस्था जैसी बुनियादी सेवाओं में घोर लापरवाही बरती जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अध्यक्ष पति कृष्ण कुमार शंखवार ने नगर पंचायत के विकास कार्यों को अपने नियंत्रण में ले लिया है और ठेकेदारी के माध्यम से सरकारी धन का बड़ा हिस्सा अपनी जेब में डालने का प्रयास कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार के आंकड़े
जानकारी के अनुसार, कमालगंज नगर पंचायत को पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य सरकार से कुल 2.5 करोड़ रुपये विकास योजनाओं के लिए आवंटित किए गए थे। इनमें से लगभग 1.8 करोड़ रुपये का बजट केवल कागजों पर खर्च दिखाया गया है, जबकि जमीनी स्तर पर किसी भी बड़े विकास कार्य का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की पाई गई है, और कई क्षेत्रों में अधूरे काम छोड़ दिए गए हैं।
भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह राठौर को नीचा दिखाने की कोशिश
अध्यक्ष पति कृष्ण कुमार शंखवार पर यह भी आरोप हैं कि वे भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह राठौर को नीचा दिखाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्यों में रुकावट डाल रहे हैं। कई बार विधायक द्वारा किए गए हस्तक्षेप को नजरअंदाज कर, अध्यक्ष पति ने अपनी मनमानी जारी रखी है, जिससे स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता भी नाराज हैं।
जनता में रोष, शासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय निवासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर पंचायत के इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो नगर पंचायत का विकास पूरी तरह से ठप हो जाएगा।
इस संदर्भ में नगर पंचायत प्रशासन के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। जनता अब राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रही है।
कमालगंज नगर पंचायत में भ्रष्टाचार और विकास कार्यों की अनदेखी से जनता त्रस्त है। अध्यक्ष पति द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग और ठेकेदारी में लिप्तता नगर पंचायत के विकास को पलीता लगा रही है। यदि समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया, तो आने वाले समय में कमालगंज नगर पंचायत की स्थिति और भी दयनीय हो सकती है।