गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय दौरे ने शहर और जिले की राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों को पूरी तरह सक्रिय कर दिया। सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री गोरखनाथ विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम पहुंचे, जहां उन्होंने ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश’ विषयक कार्यशाला का उद्घाटन किया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाना है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि राज्य सरकार विजन 2047 के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा:> “उत्तर प्रदेश की प्रगति तभी सुनिश्चित होगी जब हम हर जिले, हर ब्लॉक और गांव तक विकास की गंगा बहाएं। हमारी योजनाएं जनता के लिए स्पष्ट और सुलभ होनी चाहिए।”
कार्यशाला में शिक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिए कि राज्य की युवा शक्ति और कौशल विकास योजनाओं को तेज किया जाए, जिससे रोजगार और आर्थिक विकास दोनों को बल मिले।
दोपहर के बाद 3 बजे मुख्यमंत्री ने बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रबुद्ध सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। सम्मेलन में शहर और जिले के विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। नागरिक प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों ने अपने क्षेत्रीय विकास योजनाओं की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं के सुधार और कार्यान्वयन के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि उनका दौरा केवल औपचारिक कार्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मकसद ग्राम और शहरी दोनों क्षेत्रों में योजनाओं की प्रगति का जायजा लेना और जनता से सीधे संवाद करना है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में किये जा रहे सुधार पूरे प्रदेश के लिए मॉडल होंगे।
रात्रि विश्राम मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में किया। उनके इस दौरे से स्थानीय प्रशासन और जनता में उत्साह है, और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में गोरखपुर जिले में कई नई विकास योजनाओं की शुरुआत भी होगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने भविष्य के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक कल्याण के कई बड़े प्रोजेक्टों की रूपरेखा तैयार की, जिन पर अगले वर्ष अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है।






