– सीजेएम न्यायालय मे मामला ख़ारिज होने के बाद दूसरी बार भोलेपुर निवासी अरुण कटियार ने डाला मुकदमा
फर्रुखाबाद: दुर्दांत माफिया अनुपम दुबे (mafia Anupam Dubey) के खिलाफ लगातार खुलासे कर रहे Youth India के प्रधान संपादक शरद कटियार (Editor-in-Chief Sharad Katiyar) व उनके साथियों और अन्य व्यापारियों को झूठे मुकदमों में फँसाने की साज़िश नाकाम हो गई थी।तो माफिया के करीबी अरुण कटियार पुत्र धर्मवीर निवासी भोलेपुर ने बीते एक वर्ष में कई बार झूठी घटना गढ़कर पुलिस और न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन हर बार सच्चाई सामने आने पर उसके मंसूबे ध्वस्त हो गए, न्यायालय से वाद ख़ारिज होने के बार शातिर अरुण ने संजीव पारिया के खास गुरगे रहे अपने भाई वकील अनूप संग साजिश कर दोवारा वही घटना दिखा वाद दायर किया है, दोनों बार न्यायालय मे झूठे शपथ पत्र देकर खुद ही अपने बुने जाल मे फस गए।
19 दिसंबर 2024 को अरुण कटियार ने आवास विकास कॉलोनी स्थित बीजेपी कार्यालय के पास फर्जी लूट और अपहरण का प्रकरण बनाकर एसपी को प्रार्थना पत्र देकर शरद कटियार समेत कई व्यापारियों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। पुलिस जांच में मामला झूठा पाया गया। इसके बाद भी वह नहीं रुका और माफिया के नज़दीकी के साथ मिलकर 5 अगस्त 2025 को सीजेएम न्यायालय में प्रकरण दायर किया। इस पर सुनवाई करते हुए 19 अगस्त 2025 को न्यायालय ने बाद संख्या 3759/2025 को खारिज कर दिया था।
इसके बावजूद अरुण कटियार ने 19 सितंबर 2025 को एक बार फिर पुराने ही प्रकरण का हवाला देते हुए सीजेएम न्यायालय में नया बाद दाखिल कर दिया। इस बार भी उसने आरोपियों की सूची में फेरबदल कर फिर घटना बदल कुछ नए नाम भी जोड़ दिए। अदालत और पुलिस को गुमराह करने की यह लगातार कोशिश अब खुलकर सामने आ गई है।सूत्रों के अनुसार, इन झूठे मुकदमों के पीछे अनुपम दुबे का गिरोह सक्रिय है, जो यूथ इंडिया की निष्पक्ष पत्रकारिता से बौखलाया हुआ है।
अरुण कटियार, जो शराबखोरी और आपराधिक प्रवृत्ति के लिए कुख्यात है, कभी भाजपा और सपा की राजनीति में सक्रिय रहा, लेकिन बदनाम हरकतों के चलते अब कोई दल उसे महत्व नहीं देता। उसके साथ अनूप सिंह राठौर उर्फ रच्छू समेत कई लोग शामिल बताए जाते हैं, जो वकील अवधेश मिश्रा के इशारों पर माफिया अनुपम दुबे की पैरवी में जुटे रहते हैं।यूथ इंडिया के प्रधान संपादक शरद कटियार ने पुलिस से निष्पक्ष जांच कर सच्चाई उजागर करने और आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इन दबंग और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से स्वयं, अपने परिवार और सहयोगियों की सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।