– चपुन्ना मे 45 बीघे ग्रामसभा ज़मीन पर बने अवैध ‘राधा रानी रिसॉर्ट’ को प्रशासन ने सीज किया, अब होगा ध्वस्तीकरण
– भाजपा की सत्ता का लाभ कई वर्ष नेहा त्रिपाठी और उसके ससुर धर्मेंद्र की आड़ में उठाता रहा माफिया
छिबरामऊ (कन्नौज )/फर्रुखाबाद: राजनीति और माफियागिरी की मिलीभगत का बड़ा खुलासा सामने आया है। भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष नेहा त्रिपाठी (Neha Tripathi) और कुख्यात माफिया डॉ. अनुपम दुबे (Anupam Dubey) द्वारा एक जिला रहते 90 के दशक मे कन्नौज फर्रुखाबाद में चकबंदी विभाग की आड़ में कागजी कलाबाजी का कब्जाई गई ग्रामसभा की 45 बीघे बेशकीमती भूमि पर बने अवैध ‘राधा रानी रिसॉर्ट’ को प्रशासन ने पैमाइश कर सीज कर दिया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, अब इस आलीशान रिसॉर्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई भी शीघ्र शुरू होगी।
इस पूरे मामले का खुलासा शिकायतकर्ता मनोज अग्निहोत्री की ओर से की गई शिकायत पर हुआ। अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन आलोक सिंह के निर्देशन में फर्रुखाबाद के तत्कालीन जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने स्टेट लेवल पर जांच कराई थी, जिसमें नेहा त्रिपाठी, उनके पति धर्मेंद्र त्रिपाठी, ससुर और माफिया अनुपम दुबे की सांठगांठ और फर्जी दस्तावेज़ों से कब्ज़ा करने का खेल सामने आया।
जांच के दौरान जब नेहा त्रिपाठी और माफिया अनुपम दुबे के गठजोड़ की पुष्टि हुई, तो भाजपा ने उन्हें तत्काल महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष पद से मुक्त कर दिया। इसके बाद से ही उन्हें पार्टी की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं किया गया।
यह पूरा गैंग कन्नौज प्रभावित माना जा रहा है।
‘दैनिक यूथ इंडिया’ ने अपने अभियान के तहत इस गैंग की करतूतों को पहले ही उजागर किया था। प्रशासन की यह कार्रवाई उसी खुलासे का परिणाम मानी जा रही है। सीज की गई ज़मीन पर बने अवैध रिसॉर्ट का अब ध्वस्तीकरण किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि सरकारी भूमि को पूरी तरह से मुक्त कराने के लिए यह ज़रूरी कदम उठाया जाएगा।