यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। गंंगा नदी में तूफान के बाद फिर एक बार ग्रामीणों को राहत मिलती दिखाई दे रही है। गंगा नदी के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की गिरावट देखी जा रही है तथा रामगंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर की गिरावट देखी जा रही है। जिसके कारण दर्जनों गांवों से बाढ का खतरा टला दिखाई दे रहा है। लेकिन अब बीमारियां पैर पसारने लगी हैं जिससे खतरा नजर आ रहा है।
क्षेत्र में जल भराव के कारण मच्छर पनपने लगे हैं। जिससे टाइफाइड मलेरिया वायरल फीवर खाज खुजली खांसी जुखाम दस्त आदि मरीजों की संख्या अस्पतालों में उमड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में कागजों में दवा वितरण करती नजर आ रही है। तथा गंगा का जलस्तर 136.95 से घटकर 136.70 सेंटीमीटर पर पहुंच गया जिससे गंगा नदी के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की गिरावट देखी जा रही है नरौरा बांध से सुबह 40349 क्यूसेक पानी छोड़ा गया तथा रामगंगा नदी में खो बैराज से 6962 खो बैराज से 291 रामनगर से 1084 टोटल 8337 क्यूसेक पानी छोड़ा गया आशा की मडैयों में बच्चे बाढ़ के पानी में कूद कर नहा रहे हैं। हादसा हो सकता है।
रास्ते से गुजर रही सोनी,राम लैडती, अनीता आदि ने बताया कि सर्दी जुकाम बुखार खुजली आदि के मरीजों की संख्या अधिक बढ़ रही है। मेडिकल टीम बाढ़ पीडि़तों को टीम दवा देने नहीं पहुंची प्राथमिक विद्यालय कुतलूपुर में बाढ़ का पानी घुस कर निकल गया। बच्चे कीचड़ से निकलकर बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।