नई दिल्ली: भारत ने अमेरिका से हथियार (US weapons) और विमान खरीदने की योजना को स्थगित करने की चली खबर को खंडित किया है। रॉयटर्स की उस खबर को रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) ने खारिज कर दिया, जिसमें अमेरिका से हथियार और विमान खरीदने की योजना को स्थगित करने का दावा किया गया था। रॉयटर्स ,के मुताबिक, यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत के निर्यात पर लगाए गए टैरिफ के बाद असंतोष का पहला ठोस संकेत है। दोनों देशों के बीच संबंध दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। लेकिन रक्षा मंत्रालय ने इन सभी खबरों का खंडन कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय ने भारत द्वारा अमेरिका के साथ रक्षा खरीद संबंधी वार्ता रोकने संबंधी खबर को झूठा और मनगढ़ंत बताया है। रक्षा खरीद के विभिन्न मामलों में मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार प्रगति हो रही है। आपको बता दें ट्रम्प ने 6 अगस्त को भारत द्वारा रूसी तेल ख़रीदने की सज़ा के तौर पर भारतीय वस्तुओं पर 25% का अतिरिक्त शुल्क लगा दिया।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि भारत यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को वित्तपोषित कर रहा है। इससे भारतीय निर्यात पर कुल शुल्क बढ़कर 50% हो गया – जो किसी भी अमेरिकी व्यापारिक साझेदार के लिए सबसे ज़्यादा है। राष्ट्रपति का टैरिफ़ पर तेज़ी से अपना रुख़ बदलने का इतिहास रहा है और भारत ने कहा है कि वह वाशिंगटन के साथ बातचीत में सक्रिय रूप से शामिल है। एक सूत्र ने कहा कि भारत के टैरिफ़ और द्विपक्षीय संबंधों की दिशा स्पष्ट होने के बाद रक्षा ख़रीद आगे बढ़ सकती है।