फर्रुखाबाद: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) के देश व्यापी अभियान के अंतर्गत भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) ने चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूचियों (voter lists) के विशेष गहन पुनरीक्षण(एस आई आर) के नाम पर नागरिकता सत्यापन, का विरोध (protest against) करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया तथा इस प्रक्रिया को रोकने हेतु राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगराधिकारी को सौंपा ।
ज्ञापन में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एस आई आर) आदेश दिया था. अब चुनाव आयोग इस प्रक्रिया को पूरे देश में लागू करना चाहता है. मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के नाम पर , चुनाव आयोग मत दाताओं की नागरिकता सत्यापित करने का अधिकार अपने हाथ में ले रहा है, जो उसके संवैधानिक क्षेत्र से बाहर है।
सूचियों से विदेशियों को हटाने के निराधार बहाने के तहत, वे अल्पसंख्यकों एवं अन्य चुनिंदा समूहों के एक बड़े हिस्से को मताधिकार से वंचित कर रहे हैं. पूरी प्रक्रिया विभिन्न उल्लंघनों से भरी हुई है और यहां तक कि संविधान द्वारा प्रदत्त मतदान के अधिकार से भी कई लोगों को वंचित किया जा सकता है। कहा गया कि एनआरसी प्रक्रिया, जिसका कोविड महामारी से पहले लोगों ने व्यापक रूप से विरोध किया था, को पिछले दरवाज़े से चुपके से लागू करने की कोशिश की जा रही है.चुनाव आयोग जो अब तक भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के पक्ष में काम करता रहा था, अब आरएसएस /संघ परिवार के एजेन्डे को लागू करने में भागीदार बन गया है.
लोकतांत्रिक अधिकारों पर इस हमले को, जिसे पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है,कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिये. गौरतलब है कि भाजपा के कुछ गठबंधन सहयोगियों, जैसे टीडीपी, ने भी विशेष गहन पुनरीक्षण(एस आई आर) को लेकर अपनी चिंतायें व्यक्त की हैं।
ज्ञापन देने वालों में पार्टी के जिलामंत्री सुनील कुमार कटियार, रामकुमार, नरवीर सिंह, बलवीर सिंह, प्रमोद कुमार शाक्य एडवोकेट, अभिषेक कुमार, आम आदमी पार्टी के जिला महासचिव अंकुश सिंह चौहान एडवोकेट, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता हरिनंदन सिंह यादव, मशहूर वकील एस0 एम0 खान(टोपी वाला), गौरव आदि साथ रहे।