– प्रदीप मसीही और डॉ. पी. कुजूर बना चुके हैं बड़ा नेटवर्क, गरीबों को दिया जा रहा था धर्म परिवर्तन का लालच
फर्रुखाबाद | जिले से एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है, जहां कथित रूप से “मिशन परिवर्तन” के नाम पर एक सुनियोजित धर्मांतरण का जाल बुना जा रहा है। पटियाली (कासगंज) के गांव सिनोडी़ निवासी प्रदीप मसीही इस षड्यंत्र का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जो अपने प्रभाव और विदेशी फंडिंग के दम पर गरीब व दलित परिवारों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहला-फुसला रहा है।
बच्चों की पढ़ाई और नौकरी का लालच
मामले में आरोप है कि प्रदीप मसीही मोहल्ला मदरवाड़ी में एक घर में प्रार्थना सभा कराता है, जिसमें विशेष रूप से बाल्मीकि समाज के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
वह लोगों से कहता है –
👉 “धर्म बदलो, नौकरी और मकान मिलेगा”
👉 “बच्चों का प्राइवेट स्कूल में एडमिशन कराऊंगा”
👉 “तुम्हारी ज़िंदगी बदल जाएगी।
जांच में सामने आया है कि यह पूरी गतिविधि डॉ. पी. कुजूर द्वारा संचालित मिशन परिवर्तन हॉस्पिटल से चलाई जा रही है।
कभी यह डॉक्टर मिशन अस्पताल में सरकारी सेवा में था, लेकिन अब उसने निजी अस्पताल खोल लिया है।सू
त्रों के अनुसार, हॉस्पिटल में शाम होते ही धर्मांतरण से जुड़ी गुप्त मीटिंगें होती हैं, जिनमें ये लोग शामिल होते हैं:पास्टर सोनू,
पास्टर जॉर्ज,खुद डॉक्टर कुजूर और प्रदीप मसीही यह धर्मांतरण गिरोह सिर्फ फर्रुखाबाद तक सीमित नहीं है। इसका नेटवर्क एटा, कन्नौज, मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा, बरेली, बेवर जैसे जिलों में भी सक्रिय है।
इन जिलों में इनका एजेंडा एक ही है – गरीब हिंदू परिवारों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करना।
प्रशासन और पुलिस मौन, बजरंग दल ने चेताया
बजरंग दल ने इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है”धर्मांतरण की ये साजिश अब नहीं चलेगी।”सरकार को अब सख्त कार्रवाई करनी होगी।””जिले में माहौल बिगाड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।”
मुख्यमंत्री पहले ही साफ कर चुके हैं:
“उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी जिले में ऐसी गतिविधि हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।”