सूरत: आम आदमी पार्टी के बोताद विधानसभा विधायक उमेश मकवाना ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक पत्र में लिखकर कहा कि इस समय मेरी सामाजिक सेवाएं कम हो रही हैं, इसलिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं पार्टी के लिए कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा।
बोताद विधानसभा विधायक उमेश मकवाना ने गुरुवार को केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘जय भारत! साथ में सूचित करता हूं की मैं आम आदमी पार्टी में राष्ट्रीय सयुंक्त सचिव के पद पर अंतीम 2.5 साल से सेवा कर रहा हूं। इसके साथ ही गुजरात विधानसभा में आम आदमी पार्टी दंडक के रूप में सेवा कर रहा हूं। फिलहाल मेरी सामाजिक सेवाएं कम होने से, मैं आम आदमी पार्टी के तमाम पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी का कार्य करूंगा मुझे सभी पद पर से और जिम्मेदारी से मुक्त करने केलिए मेरा आपसे अनुरोध है।’
बता दें कि हाल ही में हुए विसावदर उपचुनाव में आप उम्मीदवार गोपाल इटालिया की जीत से आप में खुशी का माहौल है। वहीं दूसरी ओर बोटाद से आप विधायक ने पार्टी को बड़ा झटका दिया है। बोटाद से आप विधायक उमेश मकवाना ने गांधीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के दंडक पद से इस्तीफा दे दिया। उमेश मकवाना पिछले कुछ समय से आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों से दूर थे। दंडक पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में विफल रही है। मैं आप कार्यकर्ता के तौर पर काम करता रहूंगा और विधायक पद छोड़ने के बारे में लोगों से पूछकर फैसला लूंगा।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस पिछड़े समाज की आवाज नहीं उठाती, कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में विफल रही है। आप की हार पर नाराजगी जताते हुए मकवाना ने कहा कि सभी बड़े नेता विसावदर में थे, कड़ी में कोई मौजूदगी नहीं थी। कड़ी में बड़े नेताओं की मौजूदगी नहीं दिखी। कड़ी में दलित समाज का एक व्यक्ति जो 10 लाख का कर्ज लेकर लड़ रहा था, आज अकेला है। गोपाल इटालिया के लिए पूरी पार्टी मैदान में उतर गई है और कड़ी के उम्मीदवार को अकेला छोड़ दिया है। क्योंकि वह दलित समाज से था।