होम क्रेडिट इंडिया के ‘द ग्रेट इंडियन वॉलेट’ सर्वे में सामने आए राजधानी के डिजिटल व्यवहार और वित्तीय प्राथमिकताएं
अजय कुमार वर्मा
लखनऊ: राजधानी लखनऊ डिजिटल (Lucknow Digital) लेन-देन के मामले में देश के शीर्ष शहरों में शामिल हो गई है। एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, लखनऊ के 67 फीसदी नागरिक UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के माध्यम से लेन-देन करते हैं, जबकि 76 फीसदी लोग ऑनलाइन धोखाधड़ी (online fraud) के प्रति जागरूक हैं। यह आंकड़े होम क्रेडिट इंडिया द्वारा करवाए गए तीसरे वार्षिक सर्वेक्षण ‘द ग्रेट इंडियन वॉलेट’ रिपोर्ट के तहत सामने आए हैं।
सर्वेक्षण में बताया गया है कि लखनऊ के 50% उत्तरदाता वर्ष 2024-25 में बचत करने में सफल रहे हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4 प्रतिशत अधिक है। लखनऊ के मध्यमवर्गीय परिवारों की औसत मासिक आय ₹28,000 है, जबकि औसत मासिक खर्च ₹18,000 रुपये आंका गया है। लखनऊ में डिजिटल भुगतान का चलन काफी तेज़ी से बढ़ा है। सर्वे के मुताबिक, 67 फीसदी लोग यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, इन में से 48 फीसदी लोगों ने कहा कि यदि यूपीआई पर शुल्क लगाया गया तो वे इसका उपयोग बंद कर देंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी के 76 फीसदी लोग ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर सजग हैं, फिर भी 20 फीसदी लोग किसी न किसी रूप में इसका शिकार हो चुके हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि तकनीक के साथ चलने के बावजूद सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता बनी हुई है। सर्वे के अनुसार: 34% खर्च किराने के सामान पर, 17% यातायात पर 11% बच्चों की शिक्षा पर होता है। विवेकाधीन खर्चों में 29% बाहर खाने और 29% पर्यटन पर खर्च किया जाता है।
लखनऊ के नागरिकों के वित्तीय लक्ष्यों की बात करें तो, 31% लोग अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, 18% लोग घर खरीदने को प्राथमिकता देते हैं।
साथ ही, 74% उत्तरदाताओं ने माना कि कम ब्याज दर पर सस्ते कर्ज से उनकी इच्छाएं और जरूरतें पूरी करना आसान हो जाता है। यह सर्वे स्पष्ट रूप से दिखाता है कि लखनऊ डिजिटल इंडिया के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यहाँ के नागरिक न केवल तकनीक के साथ कदमताल कर रहे हैं बल्कि वित्तीय प्रबंधन, बचत और भविष्य की योजनाओं में भी जागरूकता दिखा रहे हैं।