जिला गंगा समिति के तत्वावधान में पांचाल घाट पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां तेज, योगाभ्यास के माध्यम से स्वस्थ जीवन का संदेश
फर्रुखाबाद: पतित पावनी मां गंगा (Ganga) के तट पांचाल घाट (Panchal Ghat) पर जिला गंगा समिति के तत्वावधान में योग सप्ताह (Yoga week) कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह आयोजन 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2025) के उपलक्ष्य में 15 जून से 21 जून तक लगातार जारी रहेगा। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार गंगा घाटों, गंगा ग्रामों और जनसामान्य को योग से जोड़ने का यह प्रयास “एक पृथ्वी और एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम को साकार करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है।
योग शिविर में योगाचार्य श्री प्रदीप नारायण शुक्ल ने ताड़ासन, भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, त्रिकोणासन, वज्रासन, चक्रासन और सूर्य नमस्कार जैसे विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराया। उन्होंने कहा कि—
“योग केवल शरीर की कसरत नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक और मानसिक अनुशासन है, जो संपूर्ण जीवनशैली को संतुलित बनाता है।”
जिला परियोजना अधिकारी निहारिका पटेल ने योग दिवस 2025 की थीम को लेकर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा—
“जैसे भोजन शरीर के लिए आवश्यक है, वैसे ही योग भी शरीर, मन और आत्मा की आवश्यकता है। यह न केवल बीमारियों से बचाता है, बल्कि मन को भी एकाग्र करता है।”
उन्होंने लोगों को प्रतिदिन योग करने और उसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया। नमामि गंगे के प्रशिक्षक रोहित दीक्षित ने बताया कि योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वच्छता और स्वस्थ जीवन के प्रति सजग रहने की भी सलाह दी।
इस आयोजन में सुरेंद्र सिंह, अभय, अशिंका सहित अनेक गणमान्य नागरिकों, छात्र-छात्राओं और योगप्रेमियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों ने गंगा तट की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया। गंगा की गोद में योग के माध्यम से स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण का यह अनूठा संगम, न केवल शरीर और मन को शुद्ध कर रहा है, बल्कि समाज को एक नई दिशा भी दे रहा है। योग सप्ताह का यह आयोजन “स्वस्थ शरीर, स्वच्छ गंगा और सशक्त समाज” के लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।