- पेड़ से टकरा कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई गाड़ी, रातभर किसी जिम्मेदार ने नहीं उठाया फोन
- एसपी नहीं उठाती आम जनता का फोन
- कानून व्यवस्था जिले में धड़ाम
- सिर्फ भले लोगों पर फर्जी गुंडा एक्ट और झूठे मुकदमों पर जोर
कमालगंज (फर्रुखाबाद) कस्बे के बीचोंबीच एचपी गैस एजेंसी के ठीक सामने बीते दिन आई तेज आंधी में गिरा पेड़ प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण नहीं हटाया गया। इसी लापरवाही के चलते बुधवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यूथ इंडिया के संपादक शरद कटियार जब लखनऊ से परिवार सहित लौट रहे थे, तभी रात लगभग 11:15 बजे उनकी गाड़ी उस गिरे हुए पेड़ से टकरा गई।

इस हादसे में गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, हालांकि गनीमत रही कि शरद कटियार और उनके परिवार को कोई गंभीर चोट नहीं आई। एसपी के सीयूजी पर सूचना पा कर एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही ने मौके का निरीक्षण कर खानापूर्ति की। बता दें जिले में जब से सपा आरती सिंह ने कार्यभार संभाला है तब से वह गुंडा एक्ट की कार्रवाई करने की शौकीन बताई जाती हैं उन्हें कानून व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं बताया जाता चाहे किसी की जान जाए चाहे किसी का परिवार खत्म हो जाए बाय महत्वपूर्ण लोगों के भी फोन उठाना पसंद नहीं करती।

हादसे के बाद उसी स्थान पर एक के बाद एक तीन और गाड़ियां पेड़ से टकराने से बाल-बाल बचीं। लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, लेकिन न तो पुलिस अधीक्षक का फोन उठा और न ही कमालगंज थाना अध्यक्ष ने कोई ठोस कदम उठाया। कई बार फोन करने के बावजूद किसी जिम्मेदार अधिकारी ने जवाब देना मुनासिब नहीं समझा।
इस लापरवाही से आम जनता में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते गिरा हुआ पेड़ हटा लिया गया होता, तो यह हादसा टल सकता था। प्रशासन की यह उदासीनता जंगल राज जैसा माहौल दर्शाती है, जहां जनता की जान की कोई कीमत नहीं है।