मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में संत प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) ने तड़के 4 बजे ‘पदयात्रा’ की। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। हालांकि, प्रेमानंद जी महाराज ने आज रोज की तरह की जाने वाली पदयात्रा नहीं की। बिना शोर शराबे और बैंड बाजा के पदयात्रा निकली गई। हर दिन वो अपने घर से पैदल यात्रा पर निकलते हैं। लेकिन आज वो गाड़ी से आए और चौराहे पर इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं से गाड़ी से उतर कर भेंट की। फिर पैदल चलकर हित राधा केलि कुंज परिकर श्रीधाम वृंदावन की तरफ चले गए।
पहले यह घोषणा की जा रही थी कि प्रेमानंद महाराज आज अपने श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं देंगे और वो पैदल यात्रा नहीं करेंगे। लेकिन उन्होंने फिर भी शुक्रवार सुबह 4 बजे ‘पदयात्रा’ निकाली। प्रेमानंद महाराज ने आश्रम से महज 100 मीटर पहले ही कार से उतरकर भक्तों से भेंट की।
प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब
संत प्रेमानंद महाराज की इन दिनों तबीयत बहुत खराब चल रही है। उनकी दोनों किडनी कई साल पहले ही फेल हो चुकी हैं और वे डायलिसिस पर हैं। महाराज जी ने एक भक्त के सवाल पर बताया था कि उन्हें किडनी की समस्या के चलते ज्यादा पानी पीने की भी परमिशन नहीं है। डॉक्टर हर सप्ताह उनका डायलिसिस करते हैं और जरूरी ट्रीटमेंट देते हैं। प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए हर दिन लाखों की तादाद में भक्त वृंदावन पहुंचते हैं और रात से ही सड़क किनारे महाराज जी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं।
19 साल से किडनी खराब हैं दोनों
प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनी करीब 19 साल से खराब हैं, लेकिन वे भक्तों को हमेशा खुश दिखाई देते हैं। किडनी खराब होने के बावजूद प्रेमानंद महाराज को देखकर लोगों को यकीन नहीं होता है कि वे किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। इसे लोग राधा रानी का चमत्कार मानते हैं।