यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। अखंड सुहाग की रक्षा और प्रियतम के नेह की डोर को मजबूत करने के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का पर्व बड़े धूमधाम से मनाती हैं। इस अवसर पर चंद्र दर्शन के साथ चलनी की ओट में अपने पति का मुखड़ा निहारने के लिए महिलाएं सजने-संवरने की तैयारियों में जुट जाती हैं। ऐसे में शहर के ब्यूटी पार्लरों पर भीड़ उमडऩे लगी है।
हालांकि, मौजूदा समय में महंगाई ने सभी वर्गों को प्रभावित किया है, और सुहागिनें भी इससे अछूती नहीं रही हैं। करवा चौथ पर श्रंगार और व्रत संबंधित सामानों के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष, इन सामग्रियों के दामों में करीब 25 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है।
बाजार में बिंदी और चूडिय़ों पर जीएसटी नहीं होने के बावजूद, आभूषणों के दाम आसमान छू रहे हैं। सुनारों के मुताबिक, कारीगरों की आभूषण 80 हजार के करीब एक तोला (10 ग्राम) पर पहुंच गए हैं, जो आम लोगों की पहुंच से बाहर हैं।
करवा चौथ के दौरान हाथों पर मेहंदी लगाना भी एक महत्वपूर्ण परंपरा है, लेकिन इस बार मेहंदी के दामों में भी वृद्धि हुई है। दोनों हाथों पर मेहंदी रचाने का शुल्क 500 रुपये और दोनों हाथों एवं बाजू पर आकर्षक डिजाइन बनाने का शुल्क 1000 रुपये तक पहुंच गया है।
ब्यूटी पार्लर संचालिकाएं भी महंगाई से परेशान हैं। एक ब्यूटी पार्लर की संचालिका किरण ने बताया कि सौंदर्य प्रसाधनों की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। इस बार फुल मेकअप का शुल्क पिछले वर्ष के मुकाबले 1000 रुपये बढ़कर 4000 रुपये हो गया है।
करवा चौथ की तैयारियों में जुटीं महिलाओं जैसे सुनैना, वैशाली, निशा, नेहा, साक्षी, अंजना, कंचन, पूनम, ज्योति, आशा और दीपाली ने भी बाजार में खरीदारी के दौरान महंगाई की समस्याओं का सामना किया है। उन्होंने कहा कि पूजा के लिए जरूरी सामान, जैसे नारियल और मिठाइयां, भी अब पहले से महंगी हो गई हैं।
मिठाइयों की कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है, और पीली धातु (सोना) के आभूषणों की मांग अब भी विवाहिताओं का मुख्य आकर्षण बने हुए हैं। लेकिन बढ़ती महंगाई की रफ्तार ने सबको चिंतित कर दिया है।
सोना व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बार करवा चौथ पर बाजार में महंगाई की मार ने कई परिवारों की आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया है, लेकिन फिर भी महिलाएं परंपरागत खरीदारी करने के लिए उत्साहित हैं।
महिलाओं का कहना है कि महंगाई के बावजूद करवा चौथ का पर्व मनाने में कोई कमी नहीं आएगी। वे इस पर्व को अपने प्रियतम के लिए खास बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी।