एटा। योगी सरकार ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 1993 से 1995 के बीच फर्जी तरीके से सरकारी नौकरी पाने वाले 24 कलक्ट्रेट कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन कर्मचारियों को बिना किसी सरकारी आदेश के नियुक्त किया गया था, और यह मामला उस समय सामने आया जब एक शिकायत के बाद जांच शुरू की गई। इन कर्मचारियों में से 15 सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि 4 कर्मचारी अभी कार्यरत थे। कार्रवाई एक लंबी जांच प्रक्रिया के बाद की गई, जिसमें यह पाया गया कि 1995 में भेजे गए एक आदेश में इन कर्मचारियों की नियुक्ति के बारे में कोई प्रमाण नहीं था। उस समय एटा के डीएम ने इन कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी किया था, लेकिन बाद में यह पता चला कि शासन की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं हुआ था। जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण फाइलें गायब मिलीं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम एटा ने जांच शुरू कराई और इसकी जानकारी मंडलायुक्त को दी। जांच में सामने आया कि इन कर्मचारियों को फर्जी तरीके से नियुक्त किया गया था। इसके बाद, सभी कर्मचारियों से उनकी सैलरी की रिकवरी करने के आदेश दिए गए हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन भी रोक दी जाएगी और उनके द्वारा लिए गए सभी भुगतानों की रिकवरी की जाएगी। मामले में एडीएम प्रशासन सत्यप्रकाश ने बताया कि जांच टीम ने सभी कर्मचारियों को नोटिस जारी किए थे, और समय मांगे जाने पर भी जब कोई जवाब नहीं आया तो चार कर्मचारियों को पदच्युत कर दिया गया। इसके साथ ही संदिग्ध कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश भी पारित किए गए हैं। मामला 1993 और 1995 के बीच कलक्ट्रेट में 30 सीजनल सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति से जुड़ा है, जिनमें से कई ने ज्वाइन नहीं किया था, जबकि बाकी कर्मचारियों ने काम शुरू किया था। अब, प्रशासन ने इस मामले में एक कड़ी सजा देने का संकल्प लिया है ताकि भविष्य में ऐसी अनियमितताएं न हों। 1993 और 1995 में इनको मिली तैनाती
एटा। कलक्ट्रेट में फर्जी लिपिकों की तैनाती दो बार हुई। एक बार वर्ष 1993 में तथा दूसरी बार वर्ष 1995 में। दोनों वर्षों में 30 लोगों के नाम आए थे। इसमें एक ने ज्वाइन नहीं किया। ऐसे में एटा और कासगंज में 29 लोगों ने कलक्ट्रेट पर नौकरी करना शुरू कर दिया। वर्ष 1995 में होतीलाल (सेवानिवृत्त), वासुदेव (सेवानिवृत्त), मोहनलाल, महेश यादव (कार्यरत), रूप किशोर, भैरो प्रसाद, मोहम्मद इंतजार (सेवानिवृत्त), नरेंद्र सिंह यादव (कार्यरत), कैलाश नारायण (सेवानिवृत्त), संजीव कुमार, दीपक, विनीत कुमार (कार्यरत), परशुराम (सेवानिवृत्त), जयराम सिंह (मृतक), बच्चन लाल (सेवानिवृत्त), दाउदखा (सेवानिवृत्त), सरकार सिंह (सेवानिवृत्त), सर्वेश कुमार शर्मा (सेवानिवृत्त), अशोक कुमार (सेवानिवृत्त), अशरफ अजीज (मृतक), राजीव कुमार (सेवानिवृत्त), आराम सिंह (सेवानिवृत्त), रियाजुद्दीन (नियुक्ति नहीं ली), होतीलाल (सेवानिवृत्त), महेंद्रपाल सिंह (पदच्युत), रतनपाल सिंह (सेवानिवृत्त), सत्येंद्र पाल सिंह वर्मा (मृतक), राकेश कुमार शर्मा (मृतक), रामस्वरुप (सेवानिवृत्त), रमेशचंद्र (सेवानिवृत्त) के नाम शामिल हैं।