लखनऊ: सोशल मीडिया पर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले यूट्यूबर अजीत भारती को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन पर मुख्य न्यायाधीश (CJI) के खिलाफ आपत्तिजनक, हिंसक और भड़काऊ बातें लिखने का आरोप है। मामले को गंभीर मानते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों के मुताबिक, अजीत भारती ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ ऐसे बयान साझा किए थे जिनमें न्यायपालिका और चीफ जस्टिस को लेकर तीखी और आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं। पुलिस का कहना है कि इन टिप्पणियों से समाज में न्याय व्यवस्था के प्रति अविश्वास और असंतोष फैलाने की कोशिश की गई।
अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद यह पाया गया कि अजीत भारती के बयान न केवल भड़काऊ थे, बल्कि कानून और संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ थे। इसी आधार पर उनके खिलाफ आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
अजीत भारती को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की गतिविधियों की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या उनके इस बयान के पीछे कोई संगठित उद्देश्य या समूह सक्रिय था।
इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर दो गुट बन गए हैं एक वर्ग अजीत भारती की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहा है, जबकि दूसरा वर्ग इसे संविधान और न्यायपालिका की गरिमा की रक्षा के लिए सही कदम मान रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल अजीत भारती को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है और उनके बयान को डिजिटल फॉरेंसिक टीम द्वारा भी जांचा जा रहा है।
यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और न्यायपालिका की गरिमा के बीच की सीमाओं पर एक बार फिर बहस छेड़ गया है, जिसमें सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।