पांच बार हुए चालान तो रद होंगे वाहनों के पंजीकरण और लाइसेंस
लखनऊ। रिजर्व पुलिस लाइन में मंगलवार को ‘यातायात माह’ का शुभारंभ बड़े उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) बबलू कुमार ने दीप प्रज्वलित कर इस अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित सहित पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। शुभारंभ के बाद जेसीपी बबलू कुमार और डीसीपी ट्रैफिक ने गुब्बारे उड़ाकर और हरी झंडी दिखाकर यातायात रैली को रवाना किया, जिसमें रेसर मोबाइल, पिंक स्कूटी और पिंक पेट्रोल की टीमें शामिल रहीं।
कार्यक्रम के दौरान जेसीपी बबलू कुमार ने कहा कि सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी है और जो चालक पांच या उससे अधिक बार यातायात नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके वाहन पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सड़क सुरक्षा को जन आंदोलन बनाएं।
इस मौके पर डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित ने विद्यार्थियों को ‘5-ई सिद्धांत’ की जानकारी दी—एजुकेशन, इनफोर्समेंट, इंजीनियरिंग, इमरजेंसी केयर और एनवायरनमेंट। उन्होंने कहा कि इन पांचों सिद्धांतों को अपनाकर सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी कमी लाई जा सकती है।
कार्यक्रम में ट्रैफिक वालंटियर पंकज शर्मा और एहतेशाम ने छात्र-छात्राओं को यातायात पुलिस के साथ मिलकर स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का संकल्प दिलाया।
यातायात माह के तहत पूरे महीने विभिन्न जनजागरूकता अभियान, नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही ट्रक चालकों और आम जनता को यातायात नियमों की जानकारी देकर सड़क हादसों को कम करने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान जेसीपी बबलू कुमार ने यह भी घोषणा की कि सड़क हादसों में घायल व्यक्ति की मदद कर उसे अस्पताल पहुंचाने वाले ‘गुड सेमेरिटन’ (मददगार) को अब 25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जबकि पहले यह राशि 5 हजार रुपये थी। उन्होंने बताया कि सरकार स्टॉकहोम घोषणा 2020 के तहत वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर 50 प्रतिशत तक घटाने के लक्ष्य पर कार्य कर रही है।






