फर्रुखाबाद। हाल ही में ब्राह्मण समाज को लेकर की गई कथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता सिब्बू यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि “जवाहर सिंह गंगवार द्वारा दिया गया बयान निंदनीय है और मैं उसकी कड़ी आलोचना करता हूँ। समाज के किसी भी वर्ग के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग स्वीकार्य नहीं है।”
हालांकि सिब्बू यादव ने इस विवाद की आड़ में ओबीसी समाज के प्रति की जा रही घोर अपमानजनक टिप्पणियों पर भी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “कुछ लोग गंगवार के बयान का विरोध करते हुए खुद ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जो न सिर्फ कुर्मी समाज बल्कि समूचे ओबीसी वर्ग को नीचा दिखाने की साजिश लगती है। किसी नेता को जूते मारने की बात करना, उन्हें ‘पैर की जूती’ कहकर पुकारना, यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरे वर्ग का अपमान है।”
सिब्बू यादव ने यह भी सवाल उठाया कि “क्या यह सही है कि ओबीसी समाज का वोट तो चाहिए लेकिन उनके बुजुर्गों को सरेआम अपमानित किया जाएगा? जिस समाज के कंधों पर राजनीति की इमारत खड़ी है, उसी की गरिमा को रौंदा जा रहा है।”
उन्होंने युवाओं और समाज के सभी वर्गों से अपील करते हुए कहा कि यह समय है एकजुट होकर सामाजिक सम्मान की रक्षा करने का। “हमारे बुजुर्गों का अपमान हम हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब समय है जागने का और आत्म-सम्मान के साथ खड़े होने का।”
सिब्बू यादव ने अंत में कहा, “हम सभी जातियों का सम्मान करते हैं, लेकिन यदि ओबीसी समाज को बार-बार अपमानित करने की कोशिश की गई, तो यह चुप्पी अब आंदोलन में बदलेगी।”