नई दिल्ली। टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में बुधवार, आज भारी गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 12 फीसदी तक फिसलकर नीचे आ गए। यह गिरावट एजीआर (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) बकाया मामले में सुप्रीम कोर्ट के लिखित आदेश जारी होने के बाद देखी गई। हालांकि बाद में निचले स्तरों से कुछ रिकवरी हुई और शेयर लगभग 7 फीसदी की गिरावट के साथ 8.73 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि यह फैसला केवल वोडाफोन आइडिया से संबंधित है और वित्त वर्ष 2016-17 तक की अवधि के लिए उठाए गए अतिरिक्त एजीआर बकाया तक सीमित रहेगा। अदालत ने यह भी कहा कि आदेश का आधार इस मामले के विशिष्ट तथ्य और परिस्थितियां हैं, इसलिए यह किसी अन्य कंपनी पर लागू नहीं होगा।
इस खबर का असर न केवल वोडाफोन आइडिया बल्कि अन्य टेलिकॉम कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ा। इंडस टावर्स और भारती एयरटेल के शेयरों में भी क्रमशः 3 से 1.5 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार वोडाफोन आइडिया को कोई ठोस राहत नहीं देती, तब तक इस फैसले का कंपनी के शेयर पर सकारात्मक असर नहीं दिखेगा।
गौरतलब है कि 27 अक्तूबर को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को वोडाफोन आइडिया के एजीआर बकाया पर पुनर्विचार करने की अनुमति दी थी। इसके बाद 29 अक्तूबर को शीर्ष अदालत का लिखित आदेश सामने आया, जिसमें यह स्पष्टीकरण दिया गया कि यह राहत केवल वोडाफोन आइडिया तक सीमित है।
वहीं, केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा था कि सरकार को अभी तक सुप्रीम कोर्ट का लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। सरकार किसी भी नीतिगत निर्णय से पहले आदेश का अध्ययन और प्रभावों का आकलन करेगी।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सरकार वोडाफोन आइडिया को संभावित राहत देने पर विचार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का विस्तृत अध्ययन करने के बाद ही करेगी। फिलहाल किसी भी राहत उपाय की सीमा या स्वरूप पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।


