🔴 वेंडर के क्यूआर कोड से वसूले जा रहे थे पैसे, रिश्वतखोरी की जांच में खुलासा
🔴 लखनऊ और प्रयागराज से पहुंची सेन्ट्रल रेलवे विजिलेंस टीम की बड़ी कार्रवाई
अम्बेडकरनगर। अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को सेन्ट्रल रेलवे विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए RPF (रेलवे सुरक्षा बल) के प्रभारी, एक हेड कांस्टेबल और स्टेशन पर काम करने वाले वेंडर को गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई का आधार वेंडर के जरिए अवैध लेनदेन और रिश्वतखोरी की शिकायत थी।
विजिलेंस जांच में यह बात सामने आई कि RPF प्रभारी वेंडर के नाम से बने क्यूआर कोड के ज़रिए कई लोगों से पैसे मंगवाता था। यात्रियों, वेंडरों और अन्य स्टॉल संचालकों से लेनदेन किया जाता था, पैसा सीधे वेंडर के खाते में ट्रांसफर होता, बाद में वेंडर वह रकम नकद में RPF कर्मियों को सौंप देता था, सूत्रों के अनुसार, इस तरह लाखों रुपये का घूसखोरी नेटवर्क अकबरपुर स्टेशन पर सक्रिय था।
सेन्ट्रल रेलवे विजिलेंस ने कार्रवाई के दौरान जिन लोगों को हिरासत में लिया, उनमें शामिल हैं:
RPF प्रभारी (नाम प्रकाश में नहीं)
हेड कांस्टेबल
स्टेशन वेंडर, जिसके खाते का उपयोग किया जा रहा था।
तीनों से घंटों तक पूछताछ की गई और इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजैक्शन की जांच के लिए उनके मोबाइल, बैंक विवरण और स्टॉल लाइसेंस को जब्त कर लिया गया है।
रेलवे विजिलेंस की टीम लखनऊ और प्रयागराज से विशेष रूप से इस ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी।
शिकायत के बाद करीब एक हफ्ते से गुप्त निगरानी की जा रही थी।
जैसे ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का लाइव ट्रेस मिला, टीम ने स्टेशन पर छापा मार दिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया: “घटना गंभीर है। प्रथम दृष्टया मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा प्रतीत होता है। आरोपियों के खिलाफ विभागीय जांच के साथ-साथ आपराधिक प्रक्रिया भी आगे बढ़ाई जाएगी।”
तीनों आरोपियों के खिलाफ PC Act (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
वेंडर से मिले लेनदेन के रिकॉर्ड को फॉरेंसिक ऑडिट के लिए भेजा जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि कितनी बार और कितनी राशि का अवैध लेनदेन हुआ।